संसद में मोदी सरकार पर भड़के शिवसेना प्रवक्ता एवं सांसद संजय राउत । उन्होंने कहा- लोहे की दीवार दिल्ली के बॉर्डर पर लगा रहे हैं , यदि वह लद्दाख में चीन बॉर्डर पर लगा देते तो चीन इतनी सीमा के अंदर नहीं घुसता।
आज संसद में बोलते हुए संजय रावत ने केंद्र सरकार पर सवालों का पर्वत खड़ा कर दिया, केंद्र सरकार पर प्रश्न उठाते हुए संजय राउत बोले कि किसान आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है यह सब देश की प्रतिष्ठा के लिए ठीक नहीं है।
संजय बोले कि लाल किले पर तिरंगे का अपमान हुआ, उससे पीएम नरेंद्र मोदी दुखी हैं , लेकिन देश भी दुखी है ,साथ ही उन्होंने कहा कि तिरंगे का अपमान करने वाला दीप सिद्धू किसका आदमी है? उन्होंने पूछा कि सरकार यह क्यों नहीं बता रही है। संजय ने प्रश्न किया कि अभी तक दीप सिद्धू को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया?
केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए संजय राउत बोले कि आपने 200 किसानों को तिहाड़ जेल में देशद्रोह के आरोप में बंद कर दिया है, 100 से ज्यादा किसान युवा लापता है क्या पुलिस ने इनका एनकाउंटर कर डाला? इनका कुछ पता नहीं चल रहा है। क्या यह सभी देशद्रोही हैं? संजय केंद्र सरकार पर हमलावर हुए तो उन्होंने यह तक कह डाला कि, “बहुमत अहंकार से नहीं चलता है।”
संजय राउत इतना सब कुछ कहने के बाद भी नहीं रुके और उन्होंने कहा, ” पिछले 2 महीने से ज्यादा समय से किसान दिल्ली बॉर्डर पर जमा हैं, आप इन किसानों की बात नहीं सुनते इन्हें गद्दार कहते हैं आपने जो कील, लोहे की दीवार दिल्ली बॉर्डर पर लगाई है यदि यही आपने चीन बॉर्डर पर लगा दी होती तो आज चीन इतनी सीमा के अंदर नहीं घुस पाता।
संजय राउत बोले कि आज किसान अपने हक के लिए लड़ रहा है, तो वह खालिस्तानी हो गया, देशद्रोही हो गया, यह कौन सा न्याय है? संजय राउत के अलावा संसद में कई विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने केंद्र सरकार पर किसान आंदोलन को लेकर प्रश्न उठाए और केंद्र सरकार पर हमलावर रहे।