नई दिल्ली :– उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से बड़ी तबाही हुई है ,चमोली जिले जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने से धौलीगंगा नदी में बाढ़ आ गई. पानी तेज गति से आगे बढ़ रहा है. आसपास के इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने की आशंका है, लिहाजा आसपास के इलाकों से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है।
ऋषि गंगा प्रोजेक्ट को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. यहां एनटीपीसी प्रोजेक्ट से 10 शव बरामद किए गए हैं। आईटीबीपी के डीजी ने यह जानकारी दी है. बताया जा रहा है कि टनल में 15-20 लोगों के फंसे होने की आशंका है. प्रोजेक्ट पर करीब 120 लोग काम कर रहे थे. प्रोजेक्ट में काम करने वाले लोग तेज पानी में बह गए।
आईटीबीपी के जवान बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. इस बीच प्रशासन ने जानकारी दी है कि चमोली त्रासदी में करीब 150 लोग लापता हैं।
उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि कर्णप्रयाग में आज 3 बज कर 10 मिनट पर नदी में पानी की बहाव की स्थिति से साफ़ है कि बाढ़ की सम्भावना बहुत ही कम है. हमारा विशेष ध्यान सुरंगों में फंसे श्रमिकों को बचाने में है और हम सभी प्रयास कर रहे हैं. किसी भी समस्या से निपटने के सभी ज़रूरी प्रयास कर लिए गये हैं।
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने के कारण ऋषिगंगा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट क्षतिग्रस्त हुआ है और नदी का जल स्तर बढ़ने की सूचना मिली है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी को इस संबंध में सहायता का आश्वासन दिया है. हम इस घटना पर लगातार नज़र बनाए हुए हैं।