कांग्रेस केवल एक पार्टी नहीं है, एक विचार है: कन्हैया कुमार

Ten News Network

दिल्ली (29/09/21) :- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) का हाथ छोड़कर कन्हैया कुमार ने कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया है। दिल्ली में हुए कार्यक्रम में मंगलवार को रणदीप सुरजेवाला और केसी वेणुगोपाल ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इसी कार्यक्रम में गुजरात के दलित कार्यकर्ता और MLA जिग्नेश मेवाणी को भी कांग्रेस में शामिल होना था, किन्तु तकनीकी कारणों से वे पार्टी की सदस्यता नहीं ले पाए। उन्होंने कहा कि वे वैचारिक रूप से पार्टी में शामिल हो गए हैं। इस दौरान पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी उपस्थित रहे। ।

गौरतलब है की कांग्रेस में शामिल होने पर कन्हैया ने कहा कि मैं कांग्रेस में शामिल हो रहा हूं, क्योंकि यह केवल एक पार्टी नहीं है, एक विचार है। यह देश की सबसे पुरानी और सबसे लोकतांत्रिक पार्टी है। मैं ‘लोकतांत्रिक’ पर जोर दे रहा हूं, केवल मैं ही नहीं कई लोग सोचते हैं कि देश कांग्रेस के बगैर नहीं रह सकता। मैं कांग्रेस में इसलिए शामिल हो रहा हूं, क्योंकि मुझे ये लगता है कि देश में कुछ लोग केवल लोग नहीं हैं, बल्कि वे एक सोच हैं। वे देश की सत्ता पर न सिर्फ काबिज हुए हैं, देश की चिंतन परंपरा, संस्कृति, मूल्य, इतिहास, वर्तमान, भविष्य खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेस एक बड़े जहाज की तरह है, यदि इसे बचाया जाता है, तो मेरा मानना है कि कई लोगों की आकांक्षाएं, महात्मा गांधी की एकता, भगत सिंह की हिम्मत और बीआर अंबेडकर के समानता के विचार की भी रक्षा की जाएगी। इसलिए मैं कांग्रेस में शामिल हुआ हूं। देश के लाखों-करोड़ों नौजवानों को ये लगने लगा है कि यदि कांग्रेस नहीं बची तो देश नहीं बचेगा। हम कांग्रेस पार्टी में इसलिए शामिल हुए हैं, क्योंकि कांग्रेस, गांधी की विरासत को आगे लेकर जाएगा।

माना जा रहा है कि कई राज्यों में बागियों से परेशान कांग्रेस अब युवाओं के दम पर सत्ता में आना चाहती है

मनीष तिवारी ने साधा निशाना

मनीष तिवारी ने अपने ट्वीट ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की टोली कुछ और सोचती है। तिवारी जी-23 समूह के नेताओं में शामिल हैं। उनका पहला ट्वीट तब हुआ था जब कन्हैया के आने की अटकलें चल रही थीं। तब उन्होंने इशारों इशारों में तंज किया था। उन्होंने कहा 1973 में एक किताब लिखी गई थी जिसका नाम था ‘कम्यूनिस्ट इन कांग्रेस’। मैंने इसे आज फिर से पढ़ा। उनका कहना था कि चीजें जितनी ज्यादा बदलती है वे उतनी ही पुराने स्वरूप में आ जाती हैं। ध्यान रहे कि कन्हैया कुमार 2019 में भाकपा के टिकट पर बेगूसराय सीट से लड़े थे। पहले ट्वीट के बाद मनीष ने दूसरा पंजाबी में किया जिसका संदेश था कि लुभाने वाली किसी चीज के पीछे भागने से पछताना पड़ता है।


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