सैनिकों की शौर्य गाथाओं से भरपूर “आर्म्ड फ़ॉर्सेज़ बुक ओफ़ रेकर्ड” पुस्तक का विमोचन करेगी सिक्स सिग्मा
Ten News Network
New Delhi (27/02/2022): भारत-पाक युद्ध (1971) के गोल्डन जुबली पर, देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत की याद में उनके जन्मदिवस पर सिक्स सिग्मा “आर्म्ड फ़ॉर्सेज़ बुक ओफ़ रेकर्ड” पुस्तक का विमोचन करने जा रही है। यह विमोचन 16 मार्च 2022 को सिक्स सिग्मा लीडर्शिप समिट व सिक्स सिग्मा अवार्ड के दौरान किया जायेगा।
“आर्म्ड फ़ॉर्सेज़ बुक ओफ़ रेकर्ड” एक सैनिक – सैन्य परंपरा के ध्वजवाहक “जाँबाज़ जरनल रावत” द्वारा संचालित एक बेहतरीन व शानदार पुस्तक है। सिक्स सिग्मा के सीईओ डॉ प्रदीप भरद्वाज के मुताबिक यह पुस्तक इस सदी की एक श्रेष्ठतम् किताब है, देशभक्ति का जज्बा जगाती व सेनाओं के शानदार पराक्रम की अद्भुत शौर्य गाथाओं से सराबोर है।
मिसाइल चलाने वाले – वार वेटरन की कलम से
1962,1965 व 1971 के युद्धों में भाग लेने वाले, सेना की मिसाइल थामने वाले “948 ए॰डी॰ मिसाइल रेजीमेंट” के “कैप्टन आर॰के॰ भारद्वाज” ने कलम थाम कर – कलम की शक्ति से इतिहास में अमर होने वाली इस पुस्तक का सृजन किया है।
स्वर्ण अक्षरों में अद्म्य साहस
भारतीय सैनिकों के शौर्य, साहस, पराक्रम और बलिदान की गाथाएं सदियों से गाई जाती रही हैं। अब यह गाथाएं “आर्म्ड फ़ॉर्सेज़ बुक ओफ़ रेकर्ड” (प्रथम संस्करण, 460 पेज) में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज की गई हैं। इस बुक में सभी भारतीय सेनाओं और अर्धसैनिक बलों के सैनिकों के अद्म्य साहस और पराक्रम की गाथाओं को बारीकी से पिरोया गया हो।
गौरवशाली रणबांकुरे
भारतीय सेना के गौरवशाली इतिहास के बारे में चर्चा करने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं। भारतीय सेना का इतिहास विशिष्ट, उच्च स्तर का और गौरवशाली रहा है। भारतीय सेना की शौर्य गाथाएं किसी भी भारतीय का सीना गर्व से भर देती है।
पाकिस्तान के शर्मसार की दास्तां कवर पेज पर
आर्म्ड फ़ॉर्सेज़ बुक ओफ़ रेकर्ड के कवर पेज पर, पीछे लगा फोटोग्राफ भारत ही नहीं, दुनिया के इतिहास को बदल देने वाला है। एक नए मुल्क की बनने की कहानी और एक देश की टूटने, बिखरने और शर्मसार होने की दास्तां।
पाकिस्तानी फौज हारी और फिर जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के सामने पाकिस्तान के जनरल नियाजी ने सरेंडर डॉक्यूमेंट्स साइन किए।