दिल्ली के सरकारी स्कूलों में ‘Silent revolution’ की शुरूआत, जानें क्या है साइलेंट रेवोल्यूशन
टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (30/03/2022)
गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय में आज दीक्षान्त समारोह (convocation ceremony) का हुआ आयोजन। इस कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने सभी को धन्यवाद दिया और उन्होंने उन सभी विद्यार्थियों को बधाई दिया जिन्हें आज डिग्री दिया गया है।
उन्होंने कहा कि जिंदगी भर हम सबको यह दिन याद रहता है और एक तरह से जिंदगी का एक फेज आज पूरा हुआ और दूसरे फेज में आगमन होने वाला है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि देश में अंग्रेजों की बनाई शिक्षा व्यवस्था आज भी चली आ रही है। युवा डिग्री लेकर नौकरियों के लिए दर-दर की ठोकरें खाता है इसलिए हमने दिल्ली में साइलेंट रेवॉल्यूशन (Silent Revolution) शुरू किया जिसमें हम बच्चों को नौकरी ढूंढने वाला नहीं नौकरी देने वाला बना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे देश के अंदर ऐसी शिक्षा व्यवस्था है जो कि अंग्रेजों के जमाने में बनाया गया था और वही शिक्षा व्यवस्था आज भी चली आ रही है। उन्होंने कहा कि इसके अंदर कोई भी मूलभूत बदलाव नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि बच्चे डिग्री लेंगे और डिग्री लेने के बाद वह नौकरी ढूंढने निकलता है। फिर वह नौकरी के बाजार में दर-दर ठोकरें खाता हुआ पाता हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के अंदर शिक्षा के क्षेत्र में शानदार सुधार हुए हैं। पहले सरकारी स्कूल बहुत खराब होते थे अब वह बहुत शानदार बन गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल के एक ही स्कूल के अंदर रिक्शावाले का बच्चा, आईएएस ऑफिसर का बच्चा, जज का बच्चा, अमीरों का बच्चा और गरीबों का बच्चा सब एक ही बैंच में बैठ कर पढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ा क्रांतिकारी परिवर्तन है और शिक्षा के क्षेत्र मे दिल्ली के सरकारी स्कूलों का शानदार नतीजे आ रहा हैं।
आगे उन्होंने कहा कि अब हम लोगों को धीरे-धीरे शिक्षा के कंटेंट पर काम करना चाहिए कि हम लोग पढ़ा क्या रहे हैं। जो हम पढ़ा रहे हैं क्या वह सार्थक हैं? क्या इस पढ़ाई के बाद हमारे बच्चों को रोजगार मिलेगा? तो इस क्षेत्र में दिल्ली के सरकारी स्कूलों के अंदर साइलेंट रिवॉल्यूशन हो रहा है। उन्होंने कहा बच्चों को मानसिक तौर पर तैयार किया जा रहा है कि आपको स्कूल से निकलने के बाद नौकरी ढूंढने वाला नहीं बनना है और नौकरी देने वाला बनना है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में बच्चों को तैयार किया जा रहा है कि आपको बिजनेस करना है और बिजनेस करने के लिए तैयार होना है।