पटना (8 मई 2022): रोजगार पाने की तालाश में छात्र सालों साल तक संघर्ष करते हैं और फिर आता है उनका इम्तहान, उनकी परीक्षा, और भ्रष्टाचार में डूबा बिहार लोक सेवा आयोग के लाख प्रयासों के बाद भी प्रश्नपत्र लीक हो जाता है और परीक्षा को रद्द कर दिया जाता है।
दरसल आज अर्थात 8 मई 2022 को 67वीं बीपीएससी की प्रारम्भिक परीक्षा हुई, इस भीषण गर्मी में कुल 7 लाख बच्चों ने अपने सपनो को लेकर इस परीक्षा में भाग लिया। और जैसे ही परीक्षार्थी परीक्षा देकर परीक्षा भवन से बाहर निकले उन्हें यह पता चला कि पेपर लीक हो गया और परीक्षा के समय से 2 घण्टा पूर्व ही व्हाट्सप्प पर प्रश्नपत्र तैरने लगा था।
शाम को आयोग का फैसला आया कि प्रश्नपत्र के लीक हो जाने के कारण परीक्षा को रद्द कर दिया गया है।
अब सवाल यह है कि आयोग के लिए परीक्षा को रद्द कर देना मात्र एक बयान है, परंतु एक छात्र के लिए यह एक परीक्षा उसके जीवन का निर्णय करता है। एक छात्र इस इम्तिहान के लिए सालों से दिन-रात मेहनत करता है और फिर उसे पता चलता है कि पेपर रद्द कर दिया गया है। बिहार लोक सेवा आयोग के पेपर का लीक हो जाना भ्रष्टाचार में डूबे बिहार का प्रमाण है।
