दिल्ली को पहली बार मिली 555 एमटी ऑक्सीजन , हाईकोर्ट की फटकार से जागा केंद्र : राघव चड्डा

Ten News Network

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नई दिल्ली :– आम आदमी पार्टी के विधायक राघव चड्ढा ने दिल्ली हाईकोर्ट का शुक्रिया अदा किया है , साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर राजनीति करने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने आज प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि दिल्ली में अब तक सबसे ज्यादा 555 टन ऑक्सीजन कल मिली।

 

वहीं, शहर के अस्पताल कोरोना वायरस के मामलों में जबर्दस्त बढ़ोतरी के बीच जीवन रक्षक गैस की आपूर्ति की कमी से जूझ रहे हैं। आज ऑक्सीजन बुलेटिन जारी करते हुए चड्ढा ने कहा कि उच्च न्यायालय ने केंद्र को फटकार लगाई है और ‘उसकी तुलना शुतुरमुर्ग’ तक से कर दी।

 

चड्ढा ने कहा, “ शायद इस फटकार की वजह से, दिल्ली को 555 मीट्रिक टन तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन मिली है। यह अभी तक की सर्वाधिक आपूर्ति है जबकि जरूरत 976 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की है।”

 

उन्होंने दावा किया बहरहाल, यह ऑक्सीजन नियमित स्रोतों से उपलब्ध नहीं कराई गई है बल्कि केंद्र सरकार ने इसकी अन्य राज्यों से व्यवस्था करा दिल्ली को दी है जो अन्य स्थानों पर भेजी जा रही थी। विधायक ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार को ऑक्सीजन की कमी और सिलेंडरों को फिर से नहीं भरे जाने को लेकर 48 त्राहिमाम संदेश (एसओएस) मिले और उनका समाधान कर दिया।

 

राघव चड्ढा ने ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा, “ हमने 36.40 टन ऑक्सीजन एसओएस संदेशों को समाधान करने के लिए भेजी। इन अस्पतालों में कुल 4,036 ऑक्सजीन बिस्तर हैं। इसका मतलब है कि हमने 4,036 जिंदगियों की मदद की।

 

दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को केंद्र से कारण बताने को कहा कि कोविड-19 मरीजों के उपचार के लिए दिल्ली को ऑक्सीजन की आपूर्ति पर आदेश की तामील नहीं कर पाने के लिए उसके खिलाफ अवमानना कार्यवाही क्यों नहीं शुरू की जाए। अदालत ने कहा, ‘‘आप शुतुरमुर्ग की तरह रेत में सिर छिपा सकते हैं, हम ऐसा नहीं करेंगे। ’’

 

उच्च न्यायालय ने कहा कि उच्चतम न्यायालय पहले ही आदेश दे चुका है, अब उच्च न्यायालय भी कह रहा है कि जैसे भी हो केंद्र को हर दिन दिल्ली को 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति करनी होगी।

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