भारत | 23 मई, 2022: सरकारी सेवाओं को सुलभ, समावेशी, पारदर्शी और सरल बनाने के लिए ‘माई जीओवी’ ने आज घोषणा की है कि WhatsApp के ‘माई जीओवी‘ हेल्पडेस्क पर नागरिक अब डिजिलॉकर सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं। सभी सुविधाएं जैसे कि डिजिलॉकर खाते को बनाना और प्रमाणित करना, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन पंजीकरण प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज डाउनलोड करना आदि सभी कुछ WhatsApp पर उपलब्ध हैं।
सरकार डिजिटल इंडिया के माध्यम से “ईज ऑफ लिविंग“ को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है और WhatsApp पर उपलब्ध ‘माई जीओवी’ हेल्पडेस्क के द्वारा सभी नागरिकों तक सरकारी सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए यह एक बड़ा कदम है।
‘माई जीओवी‘ हेल्पडेस्क, अब डिजिलॉकर सेवाएं, एकीकृत नागरिक सहायता और कुशल शासन जैसी कई सेवाएं प्रदान करेगा। यह नई सेवाएं नागरिकों को अपने घर से ही निम्नलिखित दस्तावेजों को आसानी और सुविधा के साथ उपलब्ध कराएंगी:
- पैन कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- सीबीएसई दसवीं कक्षा का उत्तीर्ण प्रमाण पत्र
- वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र (आरसी)
- बीमा पॉलिसी – दुपहिया
- दसवीं कक्षा की मार्कशीट
- बारहवीं कक्षा की मार्कशीट
- बीमा पॉलिसी दस्तावेज (डिजीलॉकर पर उपलब्ध लाइफ तथा नॉन-लाइफ पॉलिसी)
देश भर में WhatsApp उपयोगकर्ता WhatsApp नंबर +91 9013151515 पर ‘नमस्ते‘ या ‘हाय‘ या ‘डिजिलॉकर‘ भेजकर चैटबॉट का उपयोग कर सकते हैं।
मार्च 2020 में अपनी शुरुआत के बाद से, WhatsApp पर ‘माई जीओवी’ हेल्पडेस्क (जिसे पहले ‘माई जीओवी’ कोरोना हेल्पडेस्क के नाम से जाना जाता था) ने लोगों को कोविड से संबंधित जानकारी के प्रामाणिक स्रोतों के साथ-साथ वैक्सीन अपॉइंटमेंट जैसे महत्वपूर्ण उपयोगों की पेशकश करके, कोविड -19 महामारी से लड़ने में एक महत्वपूर्ण साधन के रूप में काम किया है। इन सुविधाओं में वैक्सीन अपॉइंटमेंट बुकिंग और वैक्सीन प्रमाणपत्र डाउनलोड भी शामिल हैं। अब तक 80 मिलियन से अधिक लोग हेल्पडेस्क का इस्तेमाल कर चुके हैं, 33 मिलियन से अधिक वैक्सीन प्रमाणपत्र डाउनलोड किए जा चुके हैं, और देश भर में लाखों टीकाकरण के लिए अपॉइंटमेंट बुक किए जा चुके हैं।
डिजिलॉकर जैसी नई सुविधा के साथ, WhatsApp पर ‘माई जीओवी’ चैटबॉट का उद्देश्य नागरिकों के लिए संसाधनों और आवश्यक सेवाओं तक पहुंचने के लिए एक व्यापक प्रशासनिक सपोर्ट सिस्टम का निर्माण करना है जो डिजिटल रूप से समावेशी हों।
इस डिजिलॉकर सेवा के शुभारंभ पर टिप्पणी करते हुए, अभिषेक सिंह, सीईओ ‘माई जीओवी‘; प्रेसिडेंट एंड सीईओ एनईजीडी; एमडी एंड सीईओ, डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन (डीआईसी), भारत सरकार ने कहा, “माई जीओवी हेल्पडेस्क पर डिजिलॉकर सेवाओं की पेशकश एक अच्छी शुरुआत है और नागरिकों को WhatsApp के आसान और सुलभ प्लेटफॉर्म के माध्यम से आवश्यक सेवाओं तक पहुँच प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस समय डिजिलॉकर पर 100 मिलियन से भी ज्यादा लोग पंजीकृत हैं तथा अभी तक 5 बिलियन से ज्यादा दस्तावेज डाउनलोड किए जा चुके हैं। हमें विश्वास है कि अपने फोन के द्वारा ही WhatsApp पर लाखों लोग प्रमाणिक दस्तावेजों तथा सूचनाओं का इस्तेमाल करके अपने आप को डिजिटली सशक्त बनाएंगे। नागरिकों के लिए सार्वजनिक सेवाओं के वितरण को सुव्यवस्थित तथा बेहतर बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई यह पहल हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के दृष्टिकोण के अनुरूप है।“
नए लॉन्च के बारे में बात करते हुए, शिवनाथ ठुकराल, डायरेक्टर–पब्लिक पॉलिसी, WhatsApp ने कहा, “माई जीओवी कोरोना हेल्पडेस्क अब देश में उन लाखों लोगों के लिए समाधान है जो सटीक जानकारी और सार्वजनिक सेवाओं तक पहुंचना चाहते हैं। यह सेवाएं नागरिकों के हितों को ध्यान में रखते हुए कोविड–19 महामारी के दौरान शुरू की गई थीं, परंतु आज यह सेवाएं नागरिकों के लिए आसान, सरल और कुशल डिजिटल शासन पहलों के माध्यम से एक समावेशी वितरण साधन के