आदमी पार्टी दिल्ली में गरीब लोगों की सुध लेने की बजाए अमीर लोगों को राज्यसभा में भेज रही है : अजय माकन
Lokesh Goswami Ten News Delhi :
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली सरकार पूरी तरह से असफल हो रही है और वह बेसहारा गरीब लोगों को कड़कड़ाती ठंड में उनको अस्थाई छत देने में भी नाकाम रही है जिसके कारण गरीब बेसहारा लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है |आम लोगों की पार्टी कही जाने वाली आम आदमी पार्टी दिल्ली में गरीब लोगों की सुध लेने की बजाए अमीर लोगों को राज्यसभा में भेज रही है।
प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय माकन की ओर से आने वाले दिनों में दिल्ली भर में 2 लाख 80 हजार बेसहारा गरीबों को ब्लाक स्तर पर कम्बल वितरण किए जाऐंगे।
प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय माकन की ओर से आने वाले दिनों में दिल्ली भर में 2 लाख 80 हजार बेसहारा गरीबों को ब्लाक स्तर पर कम्बल वितरण किए जाऐंगे।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने कड़कड़ाती ठंड के कपकंपाते बेसहारा गरीबों को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कम्बल बांटे।जिसके कारण इस वर्ष पिछले 6 दिनों में ही 44 गरीब लोगों को ठंड के कारण जान गंवानी पड़ी है। ज्ञात हो कि पिछले वर्ष भी दिल्ली में ठंड के कारण 164 से ज्यादा गरीब लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।
दिल्ली में बढ़ती सर्दी के चलते आने वाले दिनों में प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय माकन की ओर से 280 ब्लाकों में 2 लाख 80 हजार बेसहारा व सड़कों पर रहने बाले मजबूर गरीब लोगों को कम्बल वितरण किए जाऐंगे।
कम्बल वितरण करते समय प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय माकन के साथ वरिष्ठ नेता श्री चतर सिंह, श्री महमूद जिया, जगजीवन शर्मा, मौहम्मद उस्मान, हरी किशन जिंदल, सतबीर शर्मा, अशोक जैन, धमेन्द्र तौमर, नवीन चौधरी, मेंहदी माजिद, अब्दुल वाहिद और नरेश शर्मा नीटू सहित सैंकड़ो कार्यकर्ता मौजूद थे।
श्री माकन ने कहा कि फरवरी 2014 में जिस समय अरविन्द केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी इस समय दिल्ली में 263 रेनबसेरा काम कर रहे थे और 31 दिसम्बर 2016 तक यानि के 2 वर्षा के बाद रेनबसेरों की संख्या में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई जिसका अर्थ यह निकलता है कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार में एक भी रेनबसेरा नहीं बनाया। पिछले वर्ष इन रेनबसेरों की संख्या 254 रह गई।
श्री माकन ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने रेनबसेरों के प्रति वेरूखी नीति अपनाई है क्योंकि बजट में पैसा होने के बावजूद उन्होंने रेनबसेरे के सुधार या नये रेनबसेरे बनाने के लिए कोई पैसा खर्च नहीं किया। उन्होंने कहा कि केपीटल एसेट जोकि 2013-2014 में कांग्रेस के कार्यकाल में बनाया गया था उसका 2015-16 में नहीं बढ़ाया गया अर्थात यह केवल 3 करोड़ ही रहा। 2015-16 के रिवाईज एस्टीमेट में 3 करोड़ से बढ़कर 22 करोड़ हो गया अर्थात उसमें 300 प्रतिशत की वृद्धि हुई। उन्होंने कहा कि यदि 2016-17 का रिवाईज एस्टीमेट का अवलोकन करे तो यह बढ़ोतरी 266 प्रतिशत हुई। जब 31 दिसम्बर 2016 तक एक भी नया रेनबसेरा का निर्माण नहीं हुआ तो वह पैसा कहां गया?
श्री माकन ने कहा कि 2016-17 के टोटल बजट का बजट ऐस्टीमेट 35 करोड़ था जिसमे से केवल 15 करोड़ खर्च किया। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो लोग सड़को पर मर रहे है दूसरी ओर आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार उक्त पैसे पर कुड़ली लगा कर बैठी रहती है और उसे लेप्स होने देती है। श्री माकन ने कहा कि यह स्थिति आम आदमी पार्टी की पूर्ण असफलता और लापरवाही के व्यवहार को दर्शाता है।
श्री माकन ने कि 2013-14 में जब कांग्रेस की सरकार दिल्ली की सत्ता में थी उस समय केपीटल ऐसेट की ग्रांट 3.75 करोड़ थी इसमे से नवम्बर 2013 तक 2.25 करोड़ रूपया रिलीज कर दिया था जिसका अर्थ यह निकलता है कि 75 प्रतिशत पैसा इस्तेमाल हो गया था परन्तु आम आदमी पार्टी के कार्यकाल यनि 2017-18 के केपिटल एसेट का बी.ई. 5 करोड़ था। परन्तु अक्टूबर 2017 तक केवल 1.25 करोड़ ही रिलीज किया था। उन्होंने कहा कि नवम्बर में कोई पैसा रिलीज नहीं हुआ जिसका अर्थ यह है कि 3.75 करोड़ (75प्रतिशत) पैसा बिना इस्तेमाल किये पड़ा हुआ था। जोकि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार के गैर जिम्मेदराना रवैये को दर्शाता है।
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