New Delhi (18/09/19) : जातिगत भेदभाव आज भी देश के अंदर खत्म नही हो पाया है , कहते है कि 21वी है, आज की जनरेशन जातिगत भेदभाव पर विश्वास नही करती है , फिर भी कही न कही देश के कोने से ये मामला उठ जाता है । जिस पर राजनीति शुरू हो जाती है । वही फिर एक मामला सामने आया है की देश के कर्नाटक के कुमाकरु जिले में दलित सांसद को मंदिर में प्रवेश नही करने दिया ।
दरअसल , कर्नाटक के कुमाकुरू जिले में एक दलित सांसद को गावं के मंदिर में प्रवेश करने से रोका गया। इस खबर पर दिल्ली से आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने जातिगत भेदभाव को देश के लिए अभिशाप बताया है।
आप सांसद संजय सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा है कि जो लोग कहते हैं जाति के नाम पर आरक्षण नहीं होना चाहिए उनको ये खबर जरूर पढ़नी चाहिए। 21वीं सदी के भारत में एक सांसद को मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया गया, क्योंकि वो दलित था। जाति के नाम पर भेदभाव देश के लिए अभिशाप है।
आपको बता दें कि कर्नाटक की चित्रदुर्गा लोकसभा सीट से सांसद ए नारायणस्वामी गांव के ही एक मंदिर में प्रवेश करने जा रहे थे कि तभी गांव के यादव समुदाय के लोगों ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। यह घटना परामलहल्ली गांव की है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि ये उनकी प्राचीन परंपरा है। इस मंदिर में दलितों का प्रवेश निषेध है। यही कारण है कि लोगों ने सांसद को मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया। लोगों के विरोध के बाद सांसद नारायणस्वामी को मंदिर में दर्शन के बगैर ही वापस लौटना पड़ा।