एसएससी जीडी के प्रत्याशियों ने किया संसद घेराव, भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने सरकार को बताया युवा विरोधी

Ten News Network

New Delhi (21/12/2021): एसएससी जीडी के प्रत्याशि लगातार जंतर मंतर पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन सरकार के तरफ से अभी तक कोई भी आश्वासन नहीं मिला है। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद जब कुछ दिन पहले छात्रों के समर्थन में जंतर मंतर पहुंचे थे तो उन्होंने कहा था कि जब तक सरकार बात नहीं मानती है तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।

उन्होंने 21 तारीख तक का सरकार को अल्टीमेटम दिया था। और कहा था कि अगर 21 तारीख तक सरकार की तरफ से छात्रों की मांग पूरी नहीं होती है तो हम छात्रों के साथ मिलकर संसद का घेराव करेंगे। इसी कड़ी में आज जंतर-मंतर पर हजारों की संख्या में एसएससी जीडी के छात्र जुटे उसके बाद भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद इन छात्रों के समर्थन में यहां पहुंचे, छात्रों के समर्थन में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद अपने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे थे।

उन्होंने संसद घेराव करने का ऐलान कर दिया | जब सरकार की तरफ से आश्वासन नहीं मिला तो छात्र अपनी मांगों को लेकर संसद भवन की ओर रुख कर गए। लेकिन छात्रों को रोकने के लिए प्रशासन की तरफ से इंतजाम किए गए थे |

अपनी मांग को लेकर छात्रों का कहना है कि जब तक सरकार हमारी मांग को पूरा नहीं करती है सड़कों पर बैठे रहेंगे। वहीं चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि यह आंदोलन छात्रों का आंदोलन है। इसे बर्बाद नहीं होने देंगे | यह हमारी प्राथमिकता है।

हम जब तक छात्रों की मांग को सरकार से नहीं मनवा लेते हैं तब तक छात्रों के साथ समर्थन में भीम आर्मी का एक एक कार्यकर्ता खड़ा रहेगा।

आज जंतर मंतर पर देश के अलग-अलग राज्यों से एसएससी जीडी के छात्र आए थे जिसमें लड़कियां अपनी आवाज बुलंद कर रही थी, कह रही थी हमारे पास दूसरा कोई मौका नहीं है | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आने वाले दिनों में अपनी ताकत को दिखाएंगे |

भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा देश में बैठी मोदी सरकार युवा विरोधी है, किसान विरोधी है, नौजवान विरोधी है। जब हम रोजगार की बात करते हैं अपने हक की बात करते हैं तो हमें देश विरोधी कहा जाता है। लेकिन देश का एक-एक नौजवान आज जाग चुका है। यह आंदोलन बहुत आगे जाएगा और अपनी मांग को लेकर छात्र अपने घर को लौट आएंगे।

चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि छात्रों की मांग जायज है, सरकार इनकी बात को नहीं सुन रही है आने वाले कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं जहां सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही है। लेकिन जो छात्र मेडिकल फिट हैं जिनका एग्जाम हो चुका है उन्हें आखिर अब तक नियुक्ति क्यों नहीं दी गई है।

चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि हमारी मांगों को प्राथमिकता दें, छात्रों को तुरंत नौकरी दें।आने वाले दिनों में अगर नौकरी नहीं मिलती है तो यह आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने छात्रों से कहा कि अगर लाठी खाली पड़े तो लाठी भी खा लेंगे जेल जाना पड़े तो जेल भी चले जाएंगे लेकिन हम अपनी मांग को सरकार से मना कर दिल्ली की सड़कों से वापस नौकरी और वर्दी लेकर जाएंगे।

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