नई दिल्ली :– दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई है , बता दे कि क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे मामले में छापे मारकर बहुत बड़ा खुलासा किया , अगर यह कार्यवाही नही होती तो बड़ा नुकसान हो सकता था।
दरअसल , दिल्ली क्राइम ब्रांच ने नकली ब्लैक फंगस लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन बनाने और बेचने के आरोप में 2 डॉक्टरों सहित 7 लोगों को गिरफ्तार किया है।
साथ ही दिल्ली क्राइम ब्रांच ने निजामुद्दीन स्थित डॉ अल्तमस हुसैन के आवास से नकली ‘इंजेक्शन’ की 3293 शीशियां बरामद की है। बता दें कि कोरोना संकट के बीच ब्लैक फंगस के मामले भी बढ़ने लगे हैं। ऐसे में इसके उपचार में काम आने वाले इंजेक्शन की कमी बाजारों में होने लगी है।
वही इस मामले में दिल्ली क्राइम ब्रांच के अधिकारियों का कहना है की सूचना मिली थी कि ब्लैक फंगस के नकली इंजेक्शन तैयार करके बाज़ारों में बेचा जा रहा है , जिसके लिए एक टीम गठित की गई , वही जानकारी के अनुसार निजामुद्दीन स्थित डॉ अल्तमस हुसैन के आवास से नकली ‘इंजेक्शन’ की 3293 शीशियां बरामद की है , साथ ही 2 डॉक्टर समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया है।
इंजेक्शन की कमी का फायदा उठाकर ये डॉक्टर्स नकली इंजेक्शन बनाकर मार्केट में बेच रहे थे। बता दें कि कुछ समय पहले ही दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में ब्लैक फंगस के मरीजों में एम्फोटेरिसिन-बी इमल्शन इंजेक्शन के साइड इफेक्ट का मामला सामने आया है।