नई दिल्ली :– उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने आज दिल्ली में बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम लांच किया। यह प्रोग्राम 9वीं से 12वीं तक के बच्चों के लिए लांच किया गया है। मनीष सिसोदिया ने सभी गणमान्य और छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह प्रोग्राम देश की प्रगति में मील का पत्थर साबित होगा।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमें शुरू से पढ़ाया गया है कि भारत एक विकासशील देश है। अगर यह प्रोग्राम ठीक से लागू करें तो 15-20 साल बाद देश के बच्चों को पढाएंगे की भारत एक विकसित देश है। जल्द ही हमारे युवा नौकरिया मांगने की बजाय नौकरी देने वाले बनेंगे। नौकरिया हमारे युवाओं के पीछे भागेंगी।
भाजपा पर तंज कसते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि हम नाम बदलने में नहीं, तस्वीर बदलने में विश्वास करते हैं। दरअसल, उनका इशारा इस तरफ था कि किसी जगह या संस्थान का नाम बदलने से हकीकत नही बदलती। इसके लिए तस्वीर बदलने की जरुरत होती है।
उन्होंने कहा कि अभी भारत कि पहचान बिना पढ़े लिखे युवाओं के देश के रूप में है। भारत पढ़े लिखे सक्षम युवाओं का देश बने, हम यह चाहते हैं। जितने बच्चे हम पढ़ा रहे हैं उतनी नौकरी नहीं हैं। इसलिए आज हमारे देश मे जॉब क्रिएटर्स तैयार करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ देश के 25 करोड़ लोगों के पास घर नहीं हैं। वहीं लाखों सिविल इंजीनियर डिग्री लेकर बेरोजगार घूम रहे हैं। देश में 17 करोड़ लोग भूखे सोते हैं। लेकिन देश के कृषि विश्वविद्यालय और फ़ूड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट से निकले लाखों बच्चे बेरोजगार घूम रहे हैं। आखिर इस शिक्षा पद्धति ने उन्हें सिखाया क्या?
केमिस्ट्री में पीएचडी करके लोग बेरोजगार हैं और देश मे दवाओं की कमी है। यानी हमारे एजुकेशन सिस्टम में कमी है। यानी शिक्षा में बिज़नेस माइंडसेट नहीं दिया जाता है।
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