जी.एन.आइ.ओ.टी समूह ने नवरंग कार्यक्रम पर प्रेस वार्ता का आयोजन
दिनांक 9 अक्टूबर 2021, जीएनआईओटी संस्थान समूह में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें संस्थान के चेयरमैन श्री राजेश गुप्ता ने समूह की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए संस्थान परिवार के सभी सदस्यों का उत्साहवर्धन किया और कहा कि कोरोना महामारी के कठिन समय में सभी ने बढ़चढ़ कर नयी तकनीक को आत्मसात करते हुए छात्रों की ऑनलाइन कक्षाओं से लेकर परीक्षा तथा गैर शैक्षणिक कार्यक्रम भी आयोजित करते रहे। समूह ने समय की मांग को देखते हुए कोरोना काल मे दो नए संस्थान की सुरुआत की और आज दोनों ही संस्थान(जीएनआईओटी प्रबंधन अध्ययन संस्थान तथा जी. एन. इंस्टिट्यूट ऑफ़ प्रोफेशनल स्टडीज) शिक्षा के क्षेत्र में उत्तम कार्य कर रहे हैं। संस्थान की प्रगति की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि संस्थान समूह के प्लेसमेंट में अग्रणी रहा है तथा 288 राष्ट्रीय एवम बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने संस्थान के लगभग 517 छात्रों का चयन हुआ है जिसमें हमारी एक छात्रा को अमेजोन ने 70 लाख के वार्षिक पैकेज पर चयन किया है।
नवरंग के आयोजन पर विभिन्न संस्थानों के निदेशकों ने भी अपने अपने संस्थनों की उपलब्धियों को साझा किया सबसे पहले जी.एन.आई.ओ.टी. तकनीकी संस्थान के निदेशक डॉ. धीरज गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने संस्थान की कोविड महामारी के दौरान प्रतिकूल परिस्थितियों में भी कई उपलब्धियों के बारे मे विस्तार से बताया कि कोविड के समय वर्चुअल लर्निंग को सभी शिक्षकों एवं छात्रों ने अपने जीवन में पूरी तरह से अपना लिया और संस्थान ने कुछ ही दिनों में अपनी कार्यशैली को डिजिटल कर लिया। इस महामारी के दौरान हमने सुनिश्चित किया कि प्रत्येक छात्र का तकनीकी एवं गैरतकनीकी रूप से सार्वभौमिक विकास सुनिश्चित हो। साथ ही तकनीकी संस्थान ने उन्नत भारत अभियान के तहत पांच गावों को गोद लिया गया है जिसमें हमारे द्वारा उन गावों में विकास कार्य प्रगति पर है, एवं जनता की विशेष जरूरतों को ध्यान मे रखते हुए कोविड के दौरान वस्त्र, मास्क, सांइटिगेर एवं अन्य आवश्यक सामग्री का वितरण किया गया गया। तकनीकी संस्थान ने जहाँ पिछले एक वर्ष में बीस से अधिक एम.ओ. यू. का अनुबंध किया गया तो वही स्टार्ट अप इंडिया के तहत आई.आई.सी. सेल तथा एम.एस.एम.ई. सेंटर, वर्चुअल लैब के लिए नोडल सेंटर की भी स्थापना की।
जी.एन.आइ.ओ.टी एम् बी ए इंस्टिट्यूट से डायरेक्टर डॉ सविता मोहन ने आज के इस “नवरंग” प्रेस कॉन्फ्रेंस मे अपने एमबीए इंस्टीट्यूट की कोविद के दौरान हुई उपलब्धियों के बारे मे बताया कि कोविद के समय वर्चुअल लर्निंग को दुनिया भर के संस्थानों द्वारा अपनाया गया, जिसमें प्रोफेसरों, छात्रों और स्थानीय अधिकारियों ने जीवन के पूरी तरह से नए तरीके को अपना लिया, साथ ही हम एक संस्थान के रूप में कुछ ही दिनों में भौतिक से डिजिटल में बदल गए। उन्होंने कहा की उन्नत भारत अभियान के तहत हमारे एम् बी ए इंस्टिट्यूट द्वारा पांच गावो को गोद लिया गया है जिसमे हमारे द्वारा उन गावो मे विकास कार्य प्रगति पर है। इसी सत्र मे एम् बी ए इंस्टिट्यूट के द्वारा 120 से बढ़ाकर 180 सीटों का हो जाना इंस्टिट्यूट की बहुत बड़ी उपलब्धि है। अभी हाल ही मे एम् बी ए संस्थान द्वारा हार्टफुलनेस एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा समझौता ज्ञापन किया गया गया। दूसरा समझौता ज्ञापन एम् बी ए संस्थान एवं अप्वार्स टेक्नोलॉजीज, नोएडा के बीच हुआ। इस एमओयू पर हस्ताक्षर करने का उद्देश्य * कौशल विकास कार्यक्रम,इंडस्ट्रीज विजिट, इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग, गेस्ट लेक्चर , मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम, फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम, इंटर्नशिप, लाइव परियोजनाएं और फाइनल प्लेसमेंट को संचालित करना है। जी टी टी फाउंडेशन द्वारा समझौता ज्ञापन छात्रों के सॉफ्ट स्किल्स पर प्रशिक्षण प्रदान करना है, चाहे वह व्यक्तिगत साक्षात्कार, समूह चर्चा आदि के लिए हो I अंत मे एम् बी ए इंस्टिट्यूट से डायरेक्टर डॉ सविता मोहन ने कहा कि एम् बी ए इंस्टिट्यूटअपने विद्याथियो को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध रहा है परिणामस्वरुप वर्ष 2021 मे आई एस ओ 9001 एवं 9002 सर्टिफिकेशन प्राप्त हुआ, इंस्टिट्यूट को मिलने वाली रैंकिंग कॉलेज के प्रबंधन, शिक्षकों एवं विद्याथियो के सम्मिलित प्रयास का परिणाम है I
जीएनआईओटी प्रबंधन अध्ययन संस्थान(GIMS ) के निदेशक डॉ. अरुण कुमार ने जानकारी देते हुए यह बताया कि इसकी मान्यता हमने कोरोना महामारी में AICTE से मान्यता प्राप्त करते हुए पीजीडीएम कोर्स का संचालन प्रारम्भ किया जो आज शिक्षा की दिशा में नए आयाम स्थापित कर रहा है। छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतुअन्तर्राष्ट्रीय समझौता हस्ताक्षर किया है जिसमे छात्र 10 दिन के लिए इंडोनेशिया के विश्वविद्यालय में पढ़ाई के लिए जाएंगे जिससे उन्हें अंतर्राष्टीय रोजगार हेतु तैयार किया जाएगा इसी दिशा में संस्थान गुणवत्ता विकास हेतु 6 उच्चस्तर के सर्टिफिकेट कोर्स भी कराते हैं। उन्होंने बताया कि 2022 बैच के छात्रों का प्लेसमेंट प्रारम्भ हो चुका है।
जी. एन. इंस्टिट्यूट ऑफ़ प्रोफेशनल स्टडीज (GIPS) के निदेशक डॉ. दिलीप सिंह ने भी बताया कि GIPS एक नये संस्थान के रूप जीएनआईओटी समूह से जुड़ा है। डॉ. सिंह ने बताया कि किस तरह कोविड महामारी के चलते, बहुत सारी प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करते हुए संस्थान को सफलतापूर्वक संचालित किया। डॉ. सिंह ने बताया कि उन्होंने छात्रों के लिए ऑनलाइन गैस्ट लेक्चर्स कराके विद्यार्थिओं को प्रेरित किया तो दूसरी तरफ उनके लिए योगा, पोस्टर मेकिंग जैसी कई सारी गतिविधियों का भी आयोजन किया।
Discover more from tennews.in: National News Portal
Subscribe to get the latest posts sent to your email.