नई दिल्ली, (21/02/22: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सभी पार्टियां जीत के लिए अपना दमखम लगा चुकी है। यूपी चुनाव में तीन चरण का मतदान समाप्त हो गया है लेकिन चुनावी मैदान में पार्टियों का एक दुसरे पर आरोप-प्रत्यारोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। दमखम लगा चुकी सभी पार्टियों के बड़े-बड़े नेता इन दिनों उत्तर प्रदेश में डेरा डाले हुए हैं। यूपी विधानसभा चुनाव में विकास का मुद्दा पूरे तरीके से गायब हो गया है। इन दिनों उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में विकास नहीं आतंकवाद हिसाब जिन्ना अलगाववाद तमाम मुद्दों पर जमकर राजनीति हो रही है।
चुनावी मैदान में एक कूदी राजनीतिक पार्टियों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो दूसरी तरफ योगी आदित्यनाथ अखिलेश यादव समेत कई दिग्गज नेता इन दिनों चुनावी मैदान में जनता को संबोधित करने में लगे हुए हैं। इसी बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब में चुनाव यात्रा पूरा करने के बाद उत्तर प्रदेश में कूच कर चुके हैं। आपको बतादें कि केजरीवाल ने सोमवार को लखनऊ के रिफा-ए-आम क्लब कैसरबाग में जनसभा को सम्बोधित किया और विधानसभा चुनाव में लखनऊ की विधानसभाओं में चुनावी मैदान में उतरे AAP प्रत्याशियों को जीत दिलाने का आह्वान किया। इस मौके पर वो केन्द्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कांग्रेस पर भी हमला बोला।
उत्तर प्रदेश के चुनावी मैदान में अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के शिक्षा मॉडल का जिक्र करते हुआ कहा कि दिल्ली में हम लोगों ने सरकारी स्कूलों में 12 हजार नए कमरे बनाकर तैयार किये हैं। शानदार कमरे इलेक्ट्रॉनिक ब्लैक बोर्ड, स्कूलों में लिफ्टें लगी है शानदार लेबोरेट्री है, बड़े बड़े हाल है ऑडीटोरियम है सरकारी स्कूलों में। पिछले सात साल में हमने 20 हजार कमरे बनाए हैं। पूरा देश की सारी सरकारें मिला लो किसी ने सारी राज्य और केन्द्र सरकार सात साल में किसी ने 20 हजार कमरे नहीं बनाए दिल्ली में हमने 20 हजार कमरे बना दिये। 400 नए स्कूल बना दिये।
नहीं-नहीं केजरीवाल ने दिल्ली के शिक्षा मॉडल का जिक्र करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि योगी जी ने पांच साल में कितने स्कूल बनाए हैं पूरे यूपी में। कोई कॉलेज बनाया हो। कोई यूनिवर्सिटी हमने दिल्ली में तीन नई यूनिवर्सिटी बनाई है। कोई अस्पताल बनाया हो। दिल्ली में हमने पांच साल में पांच सौ से अधिक मोहल्ला क्लीनिक बनाया। यहां कोई डिस्पेंसरी या अस्पताल बनाया हो किसी गांव में। नौकरी कितने बच्चों को दी। दिल्ली में हम लोगों ने 10 लाख बच्चों का नौकरियां दी हैं। यूपी का बजट पांच लाख करोड़ है। कोई स्कूल नहीं बनाया, काई अस्पताल नहीं बनाया, कोई यूनिवर्सिटी नहीं बनाई आखिर ये पैसा जा कहां रहा है।
चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से ये राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अमित शाह और मोदी चारों मिलकर कह रहे हैं केजरीवाल आतंकवादी है। खूब जोर जोर से कह रहे हैं केजरीवाल आतंकवादी है। मैं आतंकवादी हूं भाईसाहब। इन लोगों ने पिछले पांच सालों से केंद्र में मोदी का राज है यूपी में योगी जी का राज है प्रदेश में। 70 साल से देश में कांग्रेस और बीजेपी का ही राज रहा है। इनके 70 साल राज करने के बाद भी इनके पास एक काम गिनाने को नहीं।
इतना ही नहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चुनावी जनसभा में कुमार विश्वास पर भी जमकर पलटवार किया। कुमार विश्वास पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा कि भाजपा ने सारी एजेंसियों के छापे पड़वाए लेकिन उनको कुछ नहीं मिला। मेरे पूछने पर उन्होंने कहा कि गाज़ियाबाद में कोई कवि है जिसने बताया कि केजरीवाल आतंकवादी है। मोदी जी सारी एजेंसियों हटाइए और उस कवि को रखिए। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले कुमार विश्वास नहीं है बयान दिया था कि अरविंद केजरीवाल पंजाब में विधानसभा चुनाव जीतने के लिए देश विरोधी लोगों का मदद ले रहे हैं।
प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और सपा आमने-सामने है वही चुनावी परिदृश्य की बात करें तो विधानसभा चुनाव से ही कांग्रेस गायब दिख रही है। ऐसे में कई राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि आने वाले दिनों में हो सकता है कि किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत ना मिले। ऐसे में दिल्ली के सीएम और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने लखनऊ में संकेत दे दिया है कि अगर बीजेपी के अलावा किसी भी पार्टी की सरकार बनेगी और बहुमत से दूर होगी तो आम आदमी पार्टी समर्थन के लिए तैयार है।
विधानसभा के चुनाव कुल 7 चरणों में होने वाले हैं जिसमें 3 चरणों का मतदान समाप्त हो गया है और चौथे चरण का मतदान आगामी 23 तारीख को होगा। चुनाव जीतने के लिए चुनावी जनसभाओं में एक दूसरे पर नेता जमकर बरस रहे हैं जिससे प्रदेश ही नहीं पूरे देश की राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव पर सबकी नजरें टिकी हुई है क्योंकि यहीं से देश की राजनीति तय होती है। आयोग आधिकारिक तौर पर 10 तारीख को चुनावी नतीजे का ऐलान करेगा लेकिन राजनीतिक पार्टियों ने अभी से ही जीत का दावा कर रही है। बाहर हाल आने वाले दिनों में यूपी में किसकी होगी सरकार और कौन विपक्ष में बैठकर लोकतंत्र में अपनी भूमिका निभाएगा इसके लिए महान इंतजार करना पड़ेगा 10 मार्च तक चुनाव के नतीजे आएंगे।