मशीन लरनिंग और डेटा साइंस टेक्नोलॉजी किसानों की आय दोगुनी करने में निभा रही है महत्वपूर्ण भूमिका: अभिनव पाठक, शोभित विश्वविद्यालय
शोभित विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस विभाग में छात्रों को प्रौद्योगिकी की प्रगति और सूचना क्रांति के आगामी जीवन शैली मैं प्रयोग के विषय पर मशीन लर्निंग और डाटा साइंस की भूमिका को समझाने के लिए ऑनलाइन वेबीनार का आयोजन किया गया जिस के मुख्य वक्ता असिस्टेंट प्रो अविनव पाठक रहे। मुख्य वक्ता ने मशीन लरनिंग को कृषि के विकास में एक अहम आयाम बताया। किसानों के हित मैं बात करते हुए उन्होंने बताया की कैसे मशीन लरनिंग से खाद , फसल की गुणवत्ता और मौसमी जांच करते हुए उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि कैसे किसान भाइयों से हम उनकी खेती की जानकारी एकत्रित कर एक नई संरचना मशीन लर्निंग द्वारा तैयार कर सकते हैं। जिससे कि किसानों की फसल की पैदावर मैं बढ़ोतरी हो और उन्हें उचित मूल्य और लाभ मिल सके। इसके अलावा किसानों के बच्चे इस तकनीकी की शिक्षा प्राप्त कर कृषि के क्षेत्र में बड़े बदलाव ला सकते हैं जिससे किसानों की कम आय की समस्या सुलझ सकती हैं और छात्र अपने घर पर ही रह कर अपना खुद का व्यवसाय स्थापित कर सकता है।
मुख्य वक्ता ने वेबिनार की शुरुआत में छात्रों को वेबिनार के उद्देश्य एवं छात्रों के लिए प्रौद्योगिकी में डाटा साइंस और मशीन लर्निंग के महत्व को विस्तार पूर्वक बताया गया। उन्होंने बताया कि कैसे डाटा साइंस और मशीन लर्निंग का उपयोग हम अपनी दैनिक दिनचर्या में करते हैं। कैसे किसानों का विकास मशीन लर्निंग और डाटा साइंस के द्वारा किया जा सकता है। मशीन लर्निंग और डाटा साइंस का उपयोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से प्रेरित होता है। आज के इस डिजिटल युग में सभी विषय वस्तु डाटा, साइंस और मशीन लर्निंग का उपयोग करते हैं और इसी उपयोग को समझाते हुए आज विश्व एक डिजिटल क्रांति की ओर अग्रसर है। उन्होंने बताया कि कैसे ऑनलाइन शॉपिंग मे भी मशीन लरनिंग द्वारा रीव्यू जांच कर हम ग्राहकों को नए और बेहतर उत्पाद की जानकारी पहले ही दे सकते है।
रोजगार की दृष्टि से भी डाटा साइंस और मशीन लर्निंग एक बड़े अवसर के रूप में सामने आया है । डाटा सेंसर मशीन लर्निंग में अच्छे सैलरी पैकेज पर काफी छात्र कार्यरत है और इसकी ट्रेनिंग शोभित विश्वविद्यालय के छात्रों को दी जा रही है।
डाटा साइंस और मशीन लर्निंग 21 वी सदी की डिजिटल क्रांति का एक अधिकृत उदहारण है
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एपी गर्ग ने सभी को बधाई दीऔर वेबिनार के विषय की प्रशंसा की।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कंप्यूटर साइंस विभाग के शिक्षकों एवं लैब सहायको का योगदान रहा।