UP CM AkhileshYadav honoured 13 yr old student HarendraChouhan who studies under street light of Metro Stn in Noida
NOIDA ROHIT SHARMA
नोएडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के बाहर बैठा 13 साल का हरेंद्र सिंह चौहान सड़क की रोशनी में पढ़ने की कोशिश करता है। आर्थिक हालत इतनी खराब है कि पढ़ाई के लिए खुद ही पैसे जुटाने होते हैं। इसके लिए वह पढ़ाई के साथ-साथ काम भी करता है। उसके पास एक वजन तौलने की मशीन रखी होती है, जो उसके पैसे कमाने का साधन है। हरिंदर की फोटो मुख्यमंत्री जी की पत्नी और संसद डिम्पल यादव ने सोशल मीडिया पर देखी।उन्होंने सीएम को बताया। सीएम साहब ने हरिंदर को लखनऊ बुलाया है। वह अपर जिलाधिकारी राजेश यादव के साथ रविवार को लखनऊ लेकर रवाना हो गए -सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन की रोशनी में पढने और पढ़ाई के लिए खुद ही पैसे जुटाने रोजगार करने वाले 13 साल हरेंद्र चौहान की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होते उसकी जिंदगी बदल गई है और जब मुख्यमंत्री ने इस फोटो को देखा तो उन्होंने डीएम एन पी सिंह को फोन कर इस बच्चे की डिटेल मांगी और जब डीएम ने हरेंदर की डिटेल दी तो सीएम अखिलेश यादव ने हरिंदर को लखनऊ बुला लिया । वह एसडीएम राजेश यादव के साथ लखनऊ जा रहा है श्रीकृष्णा इंटर कॉलेज में नौवीं कक्षा का यह छात्र हरेंद्र पढ़ने और घरवालों की मदद के मकसद से काम कर रहा है। वह बताता है, मेरे पापा की नौकरी जून में चली गई है और वह बीमार रहने लगे। तब मैंने यह मशीन खरीदी थी। मेरे स्कूल के टीचर ने मुझसे रंग, A3 शीट्स और फाइल कवर खरीदने के लिए कहा था। मेरे पास पैसे नहीं थे, इसलिए अब मैं इस मशीन की मदद से पैसे कमाता हूं। अपने प्रॉजेक्ट के लिए पैसे इकट्ठे करने के लिए मैंने यहां मेट्रो स्टेशन के बाहर बैठना शुरू कर दिया। जब हरेंद्र ग्राहकों का इंतजार कर रहा होता है, उस दौरान वह अपना समय पढ़ने में बिताता है। वह अपनी किताबें साथ लेकर ही बैठता है। शाम को लगभग सात बजे मैं मेट्रो स्टेशन के बाहर बैठ जाता हूं और नौ बजे तक यहां रहता हूं। मैं 60 से 70 रुपए तक कमा लेता हूं कई बार इससे भी कम मिलता है।’वही पिता की माने तो ये जो पैसा लता था उसी से घर का खर्च भी चलता था और आज मुख्यमंत्री ने हमें बुलाया है इसको लेकर हम बहुत खुश है दो महीनों में फुटपाथ पर बैठते-बैठते हरेंद्र ने यहां से गुजरने वाले कई लोगों का ध्यान आकर्षित किया, और अनुभव भी हुआ.. हरेंद्र की कहानी सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई, जिसके बाद इसे कई लोगों ने शेयर किया। हरेंद्र ने बताया कि दो लोग उसके पास आए थे, जिन्होंने उससे मेट्रो स्टेशन के बाहर बैठने के लिए मना किया, क्योंकि इससे सरकार की छवि खराब होती है। हालांकि, उन्होंने हरेंद्र को स्कूल फीस और साइकिल देने का ऑफर दिया। लेकिन खुदगर्ज हरेंद्रर यह आफर ठुकरा दिया था।हरेंदर नॉएडा के सेक्टर 51 होशियारपुर में रहता है और मूलरूप से इटावा का रहने वाला है
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