टिम्मरसैंण महादेव यात्रा 2021 में मेडिकल सर्विस देगा सिक्स सिग्मा

Galgotias Ad

इस वर्ष भारत-चीन सीमा से सटे देश के अंतिम गांव नीती में स्थित टिम्मरसैंण महादेव की यात्रा के आरंभ होने पर आदि देव के दर्शनार्थ जाने वाले श्रद्धालुओं को सिक्स सिग्मा हाई आॅल्टीट्यूड मेडिकल सर्विस स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करेगा|

इस विषय में संस्था के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. प्रदीप भारद्वाज ने कहा, उत्तराखंड की नीती घाटी में टिम्मरसैंण पर्वत पर स्थित गुफा में प्राकृतिक रूप से बनने वाले बर्फानी बाबा के दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं को सिक्स सिग्मा चिकित्सा सेवायें देगा। छोटा अमरनाथ की यात्रा पर आने वाले सभी भक्तों को प्रदेश सरकार की ओर से स्वास्थ्य सेवाओं पर लागू नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा। गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं (उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और शुगर) से ग्रस्ति व्यक्ति को कड़े परीक्षण के उपरांत ही यात्रा पर जाने की अनुमति दी जाएगी।

डॉ. भारद्वाज ने कहा, “अभी देश से कोरोना की दूसरी लहर चल रही है। प्रतिदिन विभिन्न राज्यों से मिलने वाले आंकड़े बीमारी के भयावह रूप की ओर इशारा कर रहे हैं, जिसके कारण यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को कुछ सावधानियां भी रखनी होगी। यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना टेस्टिंग की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी, जो 72 घंटे से पहले की नहीं होनी चाहिये। यदि भक्त ने वैक्सिनेशन की दोनों डोज ले ली है, तो स्वास्थ्य जांच के दौरान उसे दोनों रिपोर्ट्स प्रस्तुत करनी होगी। अन्यथा उसे यात्रा जारी रखने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”

सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. प्रदीप भारद्वाज ने यात्रा के समय श्रद्धालुओं को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में बताया कि कोरोना के प्रकोप को ध्यान में रखते हुए उपचार के दौरान पीपीई किट का उपयोग किया जाएगा। संस्था की ओर यात्रा के दौरान त्वरित संपर्क स्थापित करने के लिए सैटेलाइट फोन का उपयोग किया जाएगा।

दरअसल, भारत-चीन सीमा पर स्थित होने के कारण टिम्मरसैंण महादेव का क्षेत्र भारतीय सेना के अधिकार क्षेत्र में आता है, इसलिये बर्फानी बाबा की यात्रा पर आने वाले बाहरी क्षेत्र के लोगों को सेना की अनुमित लेना जरूरी है। देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड के अमरनाथ बाबा की यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को सुबह जाकर उसी दिना शाम तक वापस लौटना होगा। नीती गांव से टिम्मरसैंण पहुंचने के लिये श्रद्धालुओं को करीब दो किमी का पैदल ट्रैक करना होगा। इस यात्रा के दौरान यात्री पंचनाग देवता, हीरमणी माता मंदिर, पंचधारा आदि तीर्थस्थलों के दर्शन के साथ ही नीती घाटी के नैसर्गिक सौन्दर्य का भी आनंद ले सकेंगे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.