प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के मामले में यूपी बना नंबर 1, केंद्र सरकार से मिला प्रथम पुरुस्कार

ABHISHEK SHARMA

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प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिए शुरू गई गरीब कल्याण रोजगार अभियान और स्वच्छ सामुदायिक शौचालय की श्रेणी में उत्तर प्रदेश को देश में पहला स्थान मिला है। प्रवासी श्रमिकों की रोजगार देने के लिए यह योजना देश के 6 राज्यों के 116 जिलों में चल रही थी।

इसमें उत्तर प्रदेश के 31 जिले शामिल थे, उत्तर प्रदेश को प्रथम पुरस्कार के साथ ही प्रयागराज जिले को भी देश में शौचालय बनाकर रोजगार देने से मामले में टॉप पर रहने के लिए प्रथम पुरस्कार मिला है। इसी के साथ पंचायती राज विभाग को कुल 8 पुरस्कारों के लिए चुना गया है।

यह पुरस्कार 2 अक्टूबर को आयोजित वर्चुअल समारोह में प्रदान किए जाएंगे। पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि गरीब कल्याण रोजगार का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 जून 2020 को किया था। इसमें उत्तर प्रदेश समेत 6 राज्यों के 116 जिलों में प्रवासी श्रमिकों को मिशन मोड में सहायता देने के लिए प्रारंभ किया गया था।

125 दिन के इस अभियान में प्रवासी श्रमिकों को सामुदायिक शौचालय निर्माण समेत 25 कामों के जरिए रोजगार देना था। श्रमिकों को मनरेगा मजदूरी के हिसाब से भुगतान किया गया। ग्रामीण कल्याण रोजगार अभियान में पंचायती राज विभाग ने सर्वाधिक सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराकर सबसे ज्यादा लोगों को रोजगार दिया है।

देश के 6 राज्यों में सामुदायिक शौचालय श्रेणी में यूपी पहले और 116 जिलों में प्रयागराज पहले स्थान पर रहा है। हरदोई ने दूसरा और फतेहपुर ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। ग्रामीण रोजगार अभियान 31 जिलों में चल रहा था। शेष 44 जिलों में भी निर्मित कराए जा रहे सामुदायिक शौचालय में बरेली और अलीगढ़ ने पहला और दूसरा स्थान प्राप्त किया है। अलीगढ़ जिले को सामुदायिक शौचालय अभियान में विशेष पुरस्कार मिला है।

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