संजय सिंह ने योगी पर साधा निशाना , कहा – बीजेपी को पंचायत चुनाव में पूरी तरह से नकारा

Ten News Network

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दिल्ली :– आम आदमी पार्टी के सांसद और यूपी प्रभारी संजय सिंह ने योगी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आज प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी के दौरान पंचायत के चुनाव हुए। इसमें यूपी की जनता ने जो चुनाव परिणाम दिया, वह स्पष्ट संकेत है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार और बीजेपी की सरकार से लोगों में घोर निराशा है। लोगों ने बीजेपी को पंचायत चुनाव में पूरी तरह से नकार दिया है।

 

संजय सिंह ने कहा कि पंचायत चुनाव के जो परिणाम आए हैं, उसने यह भी साबित किया है कि कोरोना महामारी में योगी सरकार श्मशानों को धधकाने में लगी रही। ऑक्सिजन बेड, जांच का इंतजाम नहीं किया। शव जलाने के लिए लोगों को लंबी लाइन लगानी पड़ी। ऐसी मुश्किल घड़ी यूपी के लोगों ने शायद कभी नहीं देखी। यह समय कोई जश्न और उत्साव मनाने का नहीं हैं।

 

आप सांसद ने कहा कि यूपी पंचायत चुनाव में आम आदमी पार्टी के 83 जिला पंचायत सदस्य जीते हैं। वहीं लगभग 300 प्रधान जीते हैं। 232 के करीब बीडीसी जीते हैं। पूरे चुनाव में लगभग 40 लाख मतदाताओं ने आप को वोट किया है। आप के प्रति विश्वास और भरोसा जताया है। यूपी की जनता के प्रति दिल से आभारी हूं। नमन करता हूं।

 

यूपी की जनता ने साफ किया है कि यहां श्मशान नहीं स्कूल और मुफ्त बिजली चाहिए। केजरीवाल का दिल्ली मॉडल चाहिए। जो सपना मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, मुफ्त स्कूल, मुफ्त इलाज का मॉडल दिया है। दिल्ली में किए इस काम पर यूपी की जनता ने मुहर लगाई है।

 

संजय सिंह ने कहा कि हम यूपी में जल्द ही लखनऊ और बाकी जिलों में ऑटो एंबुलेंस शुरू कर रहे हैं। आज लोगों को अस्पतालों में पहुंचने में घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। यूपी से ऐसी तस्वीरें सामने आईं जो दिल को दहला रही है। बेटा पुलिस वाले के सामने गिड़गिड़ा रहा है। मां को बचाने के लिए ऑक्सिजन सिलेंडर मांग रहा है नहीं मिला। यूपी के श्मशानों में लाइन लग रही है। कल हाईकोर्ट ने कहा कि ऑक्सिजन की कमी के बगैर जो मौतें हुई हैं, वो किसी नरसंहार से कम नहीं है।

 

आप सांसद ने कहा कि अफसोस होता है कि यूपी के मुखिया आदित्यनाथ को कहीं कुछ नहीं दिख रहा। उनको चारों तरफ हरियाली दिख रही है। बेशर्मी भरा बयान दिया और कहा कि यूपी में न के बराबर केस हैं। ऑक्सिजन और बेड की कमी नहीं है। प्रधानमंत्री के साथ मीटिंग में यूपी के लिए कुछ नहीं मांगते। यूपी में कोई पत्नी का गहना बेचकर ऑक्सिजन देता है, तो मुकदमा दर्ज करते हैं। लखनऊ में ऑक्सिजन की कमी उजाकर करने वालों पर केस दर्ज हो रहा है। सरकारें तो आती जाती हैं। यह हिटलरशाही से काम नहीं है। बुरे वक्त में ऑक्सिजन देने के बजाए मुकदमें दर्ज हो रहे हैं। यह शर्मनाक और तकलीफदेह है।

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