उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से हुई भारी तबाही , रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

Ten News Network

नई दिल्ली :– उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही हुई है। जिले के रेणी गांव के पास ग्लेशियर टूटा है , प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो चुकी है। इसमें कई ग्रामीणों के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

 

 

ग्लेशियर धोली नदी के किनारे किनारे बह रहा है, इसमें 50 लोगों के बहने की आशंका जताई जा रही है. आईटीबीपी के 200 से ज्यादा जवान बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।

 

 

एसडीआरजी की 10 टीमें भी मौके पर पहुंचीं हैं. हरिद्वार, ऋषिकेष और श्रीनगर में अलर्ट जारी किया गया है। वहीं ग्लेशियर टूटने के कारण यहां पावर प्रोजेक्ट ऋषि गंगा को भारी नुकसान हुआ है।

 

 

इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे करीब 40 से 50 मजूदरों को ढूंढने के लिए रेस्कयू ऑपरेशन जारी है. आईटीबीपी के 100 से ज्यादा जवान राहत-बचाव के लिए पहुंच गए हैं. निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।

 

ये घटना सुबह आठ से नौ बजे के बीच की है. एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है. ये ग्लेशियर चमेली होते हुये ऋषिकेश तक पहुंचेगा. जोशीमठ, श्रीनगर तक हाई एलर्ट किया गया है।

 

जोशीमठ की एसडीएम कुमकुम जोशी ने कहा कि तपोवन में एनटीपीसी और ऋषि गंगा का पूरा प्रोजेक्ट बर्बाद हो चुका है. पूरी नदी मलबे में तब्दील हो गई है और मलबा धीरे धीरे बह रहा है. चमोली, देवप्रयाग और सभी नदी किनारे बसे गांव के प्रशासन को जानकारी दे गई है. वहां काम कर रहे कुछ लोगों को चोटें आईं हैं. हालांकि कितने लोग बहे हैं या कितने लोगों को नुकसान पहुंचा है इस बारे में ठीक ठीक कोई जानकारी नहीं है।

 

 

कुमकुम जोशी ने कहा कि आईटीबीपी , एसडीआरएम और आर्मी के लोगों को वहां पर लगा दिया गया है. फिलहाल जोशीमथ की एसडीएम ऊपर वाले इलाके में जा रही हैं जहां पर ग्लेशियर टूटने की घटना घटी है. फिलहाल सभी निचले इलाकों को सूचित कर दिया गया है जिससे कि लोगों को वहां से हटा लिया जाए. फिलहाल गांव से किसी तरह के हानी की सूचना नहीं आई है।

 

जोशीमठ की एसडीएम कुमकुम जोशी ने बताया कि गांव के लोग बता रहे हैं. अभी भी वहां से आवाज आ रही है और भी ग्लेशियर टूटे हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

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