आचार्य लोकेश ने संयुक्त राष्ट्र में तीसरे अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस को संबोधित किया

आचार्य लोकेश ने संयुक्त राष्ट्र में तीसरे अन्तर्राष्ट्रीय

आचार्य लोकेश ने संयुक्त राष्ट्र में तीसरे अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस को संबोधित किया

श्री मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व को योग सिखा रहा है – आचार्य लोकेश

परम पूज्य आचार्य लोकेश मुनि ने संयुक्त राष्ट्र संघ मुख्यालय के तत्वाधान में न्युयार्क में सात संस्थाओं के सहयोग से आयोजित तीसरे अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस को संबोधित किया| वर्ल्ड रेपरेजेनतेटिवेस फरो साइंस एंड स्पिरिचुएलिती, आनंद सांग वर्ल्ड वाइड, इंस्टिट्यूट ऑफ़ इन्तेर्नतिओन्स्ल सोशल डेवलपमेंट, इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ़ पीस एंड ससटेनएबिलिटी,  फ्लशिंग टेम्पल, वर्ल्ड योग्गा कम्यूनिटी व योगा क्लुब के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम में 100 से ज्याता देशो ने भाग लिया|

आचार्य डा. लोकेश मुनि ने इस अवसर पर कहा कि योग भारत की एक ऐसी देन है जिसे विश्व ने अपनाया है| भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व को यो सिखा रहा है| योग कोई धर्म या शारीरिक व्यायाम नहीं यह एक जीवन शैली है जिसको अपनाने से स्वस्थ, शांतिप्रिय व समृद्ध जीवन की कल्पना साकार हो सकती है| योग को विश्व में फ़ैलाने के लिए भारत को अपना मार्गदर्शन देना होगा|

जैन  आचार्य लोकेश मुनि ने कहा कि योग से श्रेष्ठ मानव, समृद्ध समाज व शांतिप्रिय विश्व का निर्माण संभव है| योग से व्यक्ति का सर्वंगीण विकास होता है और व्यक्तिगत विकास से ही सामाजिक विकास होता है| योग को शिक्षा से जोड़ने से अनेक वैश्विक समस्याओं का समाधान मुमकिन है|

आचार्य लोकेश ने कहा कि योग का दैनिक जीवन में बड़ा महत्त्व है| योग से मनुष्य का शारीरिक, मानसिक व अध्यात्मिक विकास होता है| भागदौड़ भरी जिंदगी में बीमारियाँ भी अपना पैर पसार रही हैं,इन सबके बीच मनुष्य को यदि स्वस्थ रहना है, तो योग, आसन, प्राणायाम को अपने जीवन में स्थान देना होगा।  योग मात्र शारीरिक क्रिया नहीं है, वरन् यह एक सम्पूर्ण जीवन शैली को सुधारने का नाम भी है।

सधन्यवाद


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