नई दिल्ली: महिला आयोग ने दिल्ली में महिला सुरक्षा पदयात्रा निकाली, पदयात्रा ने लगभग दिल्ली के सभी इलाकों में चक्कर लगाया और महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और शोषण के मामलो को लेकर महिलाओ को उजागर किया।
24 फरवरी को निकली यह पदयात्रा 8 मार्च को कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क में जाकर खत्म होगी। महिला आयोग ने आज दिल्ली के प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि महिला सुरक्षा पदयात्रा ने लगभग 30 किलोमीटर रोज पैदल यात्रा करके दिल्ली में रह रही महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामलों को जाना, पद यात्रा के दौरान महिला आयोग की प्रतिनिधियों ने लाखों महिलाओं से संपर्क कर उनकी समस्याएं सुनी और उनके समाधान करने का रास्ता निकाला, पदयात्रा दिल्ली की विभिन्न बस्तियों से होकर गुजरी जहां महिलाओं ने अपनी समस्याएं महिला आयोग के आगे रखी।
स्वाति मालीवाल ने कहा कि महिलाओं की समस्या ऐसी ऑफिस में बैठकर हल नहीं हो सकती इसके लिए जमीनी स्तर पर काम करना बहुत जरूरी है इसीलिए हम महिलाओं में जागरूकता फैलाने के लिए जमीनी स्तर पर गए और हमने बहुत सारी महिलाओं की समस्याएं सुनी।
11 दिनों में महिला सुरक्षा पदयात्रा देश कि राजधानी। में लगभग 330 किलोमीटर का सफर पूरा किया है।
पत्रकारों से बात करते हुए मालीवाल ने कहा कि वह बहुत जल्द महिलाओं के लिए एक मेनिफेस्टो बनाएगी और तमाम राजनीतिक पार्टियों के सामने लेकर जाएगी और उनसे आग्रह करेंगी कि वह महिलाओं के मुद्दों को भी अपने मेनिफेस्टो में शामिल करें।
स्वाति मालीवाल ने बताया कि उनका कार्यकाल लगभग ढाई साल का बचा है, बचे हुए कार्यकाल में वह जल्द से जल्द ट्रांसजेंडर सेल भी बनाएगी जो ट्रांसजेंडर द्वारा ही संचालित किया जाएगा, जिससे दिल्ली में पनप रही ट्रांसजेंडर की समस्याएं दूर होंगी।
मालीवाल ने यह भी बताया कि देश की राजधानी में आज प्रतिदिन 6 रेप की घटनाएं होती हैं, साथ ही दिल्ली में कुछ ऐसे इलाके भी हैं जहां छेड़खानी की घटनाएं बहुत ज्यादा हैं जिसकी वजह से लड़कियों ने स्कूल जाना तक बंद कर दिया है।
महिलाओं पर किए जा रहे एसिड अटैक को लेकर मालीवाल ने कहा कि उन्होंने डिविजन कमिश्नर को नोटिस इशू किया है और उनसे पूछा है कि इस खतरनाक एसिड की दिल्ली में अभी भी बिक्री खुलेआम क्यों हो रही है।