रसोई गैस की कालाबाजारी के खिलाफ चलेगा अभियान
जिले में रसोईं गैस सिलेंडरों की कालाबाजारी और अवैध रिफलिंग का धंधा जोरों पर चल रहा है। गैस एजेंसियों द्वारा जरूरतमंदों को समय पर सिलेंडर नहीं दिया जा रहा है, जबकि कालाबाजारी करने वालों को आवश्यकता से अधिक सिलेंडर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने पूर्ति अधिकारी को औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया है। इसके लिए एडीएम प्रशासन की अध्यक्षता में कमिटी बनाई जाएगी।
जिले में भारत, इंडेन और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम की गैस एजेंसियां हैं। गे्रटर नोएडा में अल्फा टू, गामा वन और दादरी में स्थित एजेंसियों पर सिलेंडरों की कालाबाजारी करने के आरोप लग रहे हैं। आरोप है कि गैस एजेंसियों द्वारा सिलेंडरों की कालाबाजारी की जा रही है। जिन उपभोक्ताओं द्वारा सिलेंडर बुक करा लिया गया है, उन्हें एक सप्ताह के अंदर सिलेंडर उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। उपभोक्ताओं द्वारा कई चक्कर लगाने के बाद ही सिलेंडर मिल रहे हैं। दादरी स्थित राघव गैस एजेंसी की सबसे अधिक शिकायतें आ रही हैं। उपभोक्ता संघर्ष समिति दादरी ने इसकी लिखित शिकायत जिलाधिकारी एचएल गुप्ता से की है। समिति के उपाध्यक्ष चंद्रभान शर्मा का कहना है कि राघव गैस एजेंसी द्वारा सिलेंडरों की कालाबाजारी की जा रही है। दादरी के हजारों कनेक्शन राघव के पास है। उपभोक्ताओं द्वारा बुकिंग कराए जाने के बाद भी 20 से 25 दिन में सिलेंडर उपलब्ध हो पा रहे हैं। इसकी शिकायत जिला पूर्ति अधिकारी और एजेंसी से भी की जा चुकी है। कई बार शिकायतों के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उपभोक्ता संघर्ष समिति ने सोमवार को जिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र दिया है। जिसमे पूर्ति विभाग द्वारा लापरवाही बरतने के आरोप लगाए गए हैं। इस संबंध में जिलाधिकारी एचएल गुप्ता का कहना है कि सिलेंडरों की कालाबाजारी की शिकायत उन्हें नहीं मिली है। शिकायत मिलने के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ग्रेटर नोएडा के विभिन्न कस्बों में दर्जनों स्थानों पर अवैध तरीके से गैस की रिफलिंग की जा रही है। सबसे अधिक सूरजपुर, ऐच्छर, कासना में अवैध गैस रिफलिंग की जा रही है। इसकी शिकायत भी कई बार की जा चुकी है, मगर पूर्ति विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है। लिहाजा अवैध रिफलिंग करने वालों की मनमानी नहीं रूक रही है।