पी-थ्री को माॅडल सेक्टर बना रहा प्राधिकरण

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ग्रेटर नोएडा। आवासीय सेक्टर में बाॅयलाॅज का उल्लंघन कर घर के सामने रैम्प, हैज और अन्य अनावश्यक कार्य करने वाले निवासियों को जागरूक करने के लिए ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने पी-थ्री सेक्टर को माॅडल सेक्टर के तौर पर विकसित किया है। प्राधिकरण इस सेक्टर को आवासीय बाॅयलाॅज का शत प्रतिशत पालन करते हुए विकसित किया है। जिसे आधार बनाते हुए प्राधिकरण अब बीटा वन सेक्टर को भी माॅडल सेक्टर बनाने की शुरूआत कर दी है।
गौरतलब है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के आवासीय बाॅयलाॅज के अनुसार, सेक्टर में किसी भी तरह का कामर्शियल एक्टिविटीज नहीं की जा सकती है। मकान के सामने रैम्प और हैज फूलवारी नहीं लगायी जा सकता है। इसके साथ नक्शे के अनुसार ही मकान को बनाना होता है। सड़कों पर अतिक्रमण नहीं किया जा सकता है। साथ अवैध तरीके से खोखे आदि नहीं लगाए जा सकते हैं। प्राधिकरण के सामने रैम्प, हैज और अतिक्रमण की शिकायत अधिक आई है। इसके लिए कई बार प्राधिकरण ने कार्रवाई भी की, मगर विरोध का भी सामना करना पड़ा। प्राधिकरण के ओएसडी योगेन्द्र सिंह ने बताया कि प्राधिकरण पी-थ्री सेक्टर को माॅडल सेक्टर बनाने के लिए चार महीने पहले लिया था। इस सेक्टर में बाॅयलाॅज का शत प्रतिशत पालन किया गया है। बाॅयलाॅज में जो भी निर्देश और नियम है, उसी के अनुसार सेक्टर को विकसित किया गया है। उन्होंने बताया कि इसके पीछे प्राधिकरण का मुख्य मकसद सेक्टर के लोगों को जागरूक करना है। इसी सेक्टर को आधार बनाते हुए अब बीटा वन सेक्टर को लिया गया है। यहां पर भी रैम्प, हैज और अतिक्रमण को हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस सेक्टर में करीब 45 फीसदी काम पूरा कर लिया गया है। इसमे अब आरडब्ल्यूए भी मदद करने लगी है। जिससे काम आसान हो गया है। ओएसडी का कहना है कि एक के बाद एक सभी सेक्टरों को माॅडल सेक्टर बनाया जाएगा।

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