भारतीय जनता पार्टी व्यापार प्रकोष्ठ उत्तर प्रदेष पष्चिम क्षेत्रीय कार्यसमिति की बैठक
भारतीय जनता पार्टी व्यापार प्रकोष्ठ
उत्तर प्रदेष पष्चिम क्षेत्रीय कार्यसमिति की बैठक एनईए सभागार बी. 110,
सैक्टर 6, नोएडा में सम्पन्न हुई। जिसमें मुख्य अतिथि जिसमें मुख्य
अतिथि के रूप में श्री देवेन्द्र चैहान (प्रदेश महामंत्री उ0प्र0), श्री
राकेश जैन प्रदेश संगठन महामंत्री उत्तर प्रदेश भाजपा कार्यक्रम की
अध्यक्षता श्री विनीत अग्रवाल शारदा जी प्रदेश संयोजक व्यापार प्रकोष्ठ, विशिष्ठ
अतिथि श्रीकान्त शर्मा जी राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी एवं डा. महेश शर्मा
(क्षेत्रीय विधायक, नोएडा) एवं अतिथि श्री नवाब सिंह नागर (राष्ट्रीय
उपाध्यक्ष किसान मोर्चा) जयकरन गुप्ता एवं राजकुमार अग्रवाल, चिरंजीव महाजन
(सह संयोजक व्यापार प्रकोष्ठ), देवेन्द्र वैसला (कार्यकारिणी सदस्य)
कार्यक्रम में मौजूद रहे। बैठक में यह प्रस्ताव पास किया गया जो इस प्रकार
व्यापार प्रकोष्ठ के जिला संयोजक प्रमोद प्रजापति ने यह जानकारी दी।
प्रस्ताव
देष की तीस प्रतिषत लोगों की आजीविका का साधन व्यापार है। गली
मोहल्ले में फेरी लगाकर सामान बेचने वाला , छावड़ी वाला, ढकेल
वाला, पान चाय की गुम्टी वाला, हाटा बाजार का दुकानदार, छोटी-
बड़ी दुकान शोरूम, माल इत्यादि के द्वारा सामान बेचने वाले थोक
दुकानदार, मण्डी के आड़तिया , कमीषन एजेन्ट, भूमि क्रय-विक्रय में
प्रतिनिधि के रूम में कार्यरत प्रोपर्टी डीलर आदि आदि।
व्यापारी जगत देष के विकास हेतु 100 प्रतिषत करों में 75 प्रतिषत
का योगदान अपने माध्यम से देष के कोषागार में देता है। देष
में 100 फीसदी होने वाले सामाजिक धार्मिक, शैक्षिक एवं राजनैतिक
आयोजनों को समरसता के साथ सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने में
व्यापारी समाज के आर्थिक सहयोग के अवष्यम्भावी उपस्थिति रहती है।
देष के सभी राजनैतिक दल , धार्मिक स्थल एवं आश्रम इत्यादि व्यापारी
के आर्थिक सहयोग से ही अपने संस्थानों को गति प्रदान करने
में सफल होते है। परन्तु इन सभी विषेष योगदानों के उपरान्त
भी उत्पीड़न व्यापारी का ही होता है। कोई भी राजनैतिक
दल व्यापारी समाज को उसका उचित राजनैतिक प्रतिनिधित्व नहीं देता।
भारतीय जनता पार्टी, व्यापार जगत के प्रति सद्भावना रखने वाली एक मात्र
राजनैतिक पार्टी है। यही कारण है कि भारत का व्यापारी समुदाय बहुमत
के आधार पर भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में अपना विष्वास प्रकट करता है।
आज उत्तर प्रदेष का व्यापारी समाज भी केन्द्र व उत्तर प्रदेष सरकार द्व
ारा लगाये जा रहे करों व इंसपेक्टर राज से त्रस्त है। प्रदेष की
कानून व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। प्रदेष में लूट, अपहरण,
हत्याओं एवं चैथ वसूली की घटनायें आम बात हो गयी है
जिसमें गौतमबुद्वनगर भी अछूता नही रह गया है यहां पर ये घटनायें
प्रतिदिन की हो गयी है। नोएडा में व्यापारी एवं उद्यौग जगत में
भय ही स्थिति बनी हुई है। उद्योग एवं व्यापारी यहां से पलायन करने
को मबजूर है। भारतीय जनता पार्टी व्यापार प्रकोष्ठ केन्द्र सरकार से
निम्नांकित बिन्दुओं पर प्रस्ताव पास कर, व्यापारी हितों में कानून
संषोधन कर सरलीकरण की मांग करता है।
1. वायदा व्यापारः- जिससे महंगाई की समस्या व आपराधिक गतिविधियों
पर लगाम लग सके। इसको खत्म किया जाये।
2. जी.एस.टी.ः- का वर्तमान स्वरूप विदेषी बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के
हितो को ध्यान में रखकर तैयार किया है। जिसे एकल खिड़की में
तब्दील कर स्थानीय व्यापारी हितों को ध्यान में रखकर सरल किया
जाये।
3.खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियमः- को भी सरल कर स्थानीय व्यापारी
हितो को ध्यान में रख सरल किया जाये।
4. टोल टैक्सः- पूरे देश में समाप्त किया जाये।
5. आयात शुल्कः- का सरलीकरण हो।
6. किसान क्रेडिट कार्ड की तर्ज पर व्यापारी क्रेडिट कार्डः- की योजना
को मूर्त रूप दिया जाये जिससे छोटे व्यापारी को ऋण की सुविधा
का लाभ मिल सके।
आज प्रदेषं भर में लूट की घटनाएंे, सपा 7.
नेता/कार्यकर्ताओं द्वारा व्यापारियों की संपतियों पर जबरिया
कब्जा , असंवैद्यानिक कार्य प्रदेष सरकार के सपा नेताओं के इषारे
पर सरेआम हो रहे है। पुलिस प्रषासन आंखे मूंद कर तमाषा देख
रहा है। अधिकारी, सरकारी तंत्र के माध्यम से चैथ वसूल रहे है।
प्रदेष के सभी मार्गो पर आर.टी.ओ. बिक्रीकर एवं पुलिस के अध्
ि
ाकारी कर्मचारी अवैद्य वसूली निर्वाध गति से ट्रांसपोर्टरों से
कर रहे है। उत्तर प्रदेष सरकार केन्द्र की कांग्रेस सरकार के एजेन्ट
के रूप में महंगाई को चरम पर ले जाने में काम कर रही है।
प्रदेष की विद्युत व्यवस्था का आलम यह है कि 12 घन्टे की कटौती
के साथ लघु उद्योग, भारी उद्योग, कुटीर उद्योग एव ंअन्य सभी
प्रकार का व्यापार बाधित हो चुका है। हम भारतीय जनता पार्टी व्यापार
प्रकोष्ठ के माध्यम से उत्तर प्रदेष सरकार से मांग कर रहे है कि उद्य
ोगों से न्यूनतम बिल (स्थायी बिल) न ली जाये जितनी बिजली उतना ही
बिल लिया जायें। आज व्यापारी एवं उद्योगपति अपना व्यवसाय शुरू करता है तो
कमोवेष दो दर्जन से ज्यादा विभागों से रजिस्ट्रेषन व विभागीय
उत्पीड़न का षिकार होना पड़ता है उत्पादन शुल्क सेवाकर, व्यापार
कर, प्रदुषण विभाग, उद्योग विभाग, श्रम विभाग, माप बाट विभाग,
खाद्य विभाग, मण्डी शुल्क, वन विभाग आदि अनेकों विभाग ऐसे
हैं, जिनसे प्रत्येक व्यापारी को गुजरना पड़ता है। दुर्भाग्य है
कि केन्द्र व प्रदेष की सरकारें को आर्थिक रूप से करों के द्वारा
मजबूती प्रदान करने वाले व्यापारी के प्रति भारतीय जनता पार्टी को
छोड़कर किसी भी राजनैतिक दल या सरकार की सोच सकारात्मक नहीं
है। उल्लेखनीय है कि देष में व्यापारी कल्याण आयोग का गठन कर
व्यापारी समाज को राहत प्रदान की जाए एवं व्यापारी समाज को राजनैतिक रूप
से मजबूत करने हेतु राज्य सभा एवं विधान परिषद मे प्रतिनिधित्व
सुनिष्चित किया जाए।
भारतीय जनता पार्टी द्वारा समाज के विभिन्न वर्गो में संगठनात्मक
कार्य द्वारा नेतृत्व प्रतिभाओं को दिषा देने का कार्य अनेक
प्रकोष्ठों द्वारा अनवरत किया जा रहा है। इसी क्रम में व्यापार प्रकोष्ठ द्व
ारा व्यापारी समाज में किये जा रहे अनवरत उत्र्कष्ट संगठनाम्मक कार्यो
के कारण, व्यापार प्रकोष्ठ, देष के व्यापारी जगत के बहुमत के आधार
पर भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा के साथ जोड़ने में सफल
रहा है। समय की आवष्कता के संदर्भ में जमीनी स्तर पर यह सिद्दत के
साथ महसूस किया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी व्यापार प्रकोष्ठ
को भारतीय जनता पार्टी व्यापारिक मोर्चा में तब्दील किया जाय। जिससे
व्यापारी समाज अपने संघर्ष को पैनी धार दे पार्टी की विचारधारा
को आगे बढ़ाने में अपने सांगठनिक लक्ष्य को प्राप्त करने में महती
भूमिका प्रस्तुत कर सके।