नई दिल्ली :– केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच आज कृषि कानून को लेकर 11वें दौर की वार्ता है। इस बातचीत में कोई हल निकलने की उम्मीद है, क्योंकि पिछली बार सरकार की ओर से कानूनों को कुछ वक्त टक टालने का प्रस्ताव दिया गया था।
हालांकि, किसान संगठनों ने सरकार का प्रस्ताव ठुकराया है लेकिन अब बातचीत में क्या होता है, इसपर निगाहें हैं।
आपको बता दें कि किसान संगठनों और सरकार के बीच अब से कुछ देर में चर्चा होनी है. किसान नेता विज्ञान भवन पहुँच चुके है। बैठक से पहले किसान नेताओं का कहना है कि वो अपना आंदोलन जारी रखेंगे और कानून वापस होने से पहले नहीं हटेंगे. किसान अब भी दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकालने पर अड़े हैं।
आज पहले किसान संगठनों और सरकार के बीच बैठक होगी और उसके बाद पुलिस-किसानों के बीच ट्रैक्टर रैली को लेकर बैठक होगी।
आंदोलन को लेकर किसान नेता श्रवण सिंह ने बयान दिया है कि हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा, साथ ही गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली भी निकलेगी. हम देश के हर राज्य के किसानों से अपील करते हैं कि वो इसमें शामिल हो. बीजेपी की ओर से लगातार आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. लोग आंदोलन में घुसकर माहौल को बिगाड़ सकते हैं, ताकि आंदोलन को तोड़ सकें।
सरकार ने पिछले बैठक में कृषि कानूनों को डेढ़ साल तक टालने का प्रस्ताव दिया था. हालांकि, बीते दिन किसान संगठनों ने अपनी बैठक में निर्णय किया है कि वो इस प्रस्ताव को नहीं मानेंगे और तीनों कानून वापसी तक आंदोलन जारी रखेंगे. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बीते दिन गृह मंत्री अमित शाह से भी इस मसले पर चर्चा की।