फर्जी नियुक्ति मामला : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में तैनात 15 अफसर और कर्मचारियों की बर्खास्तगी तय
ABHISHEK SHARMA
ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण में तैनात 15 अफसर और कर्मचारियों की बर्खास्तगी तय हो गई है। फर्जी नियुक्ति मामले में शासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है। शासन ने प्राधिकरण के 15 कर्मचारियों को बर्खास्तगी का नोटिस भेज दिया है।
नोटिस मिलने के बाद कर्मचारी-अधिकारी अब जवाब देने की तैयारी में जुट गए हैं। प्राधिकरण की ओर से अफसरों और कर्मचारियों को जवाब देने का वक्त दिया गया है। जवाब मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण में नियमों को दरकिनार करके वर्ष 2002-03 में 58 कर्मचारियों और अधिकारियों की भर्ती की गई थी। सबसे पहले यह मामला दादरी से भारतीय जनता पार्टी के तत्कालीन विधायक नवाब सिंह नागर ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में उठाया था।
विधानसभा ने मामले में कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था और तत्कालीन मुख्य कार्यपालक अधिकारी को जांच सौंप दी गई थी। इसके बाद मामले की जांच प्राधिकरण के तत्कालीन सीईओ ने की। उन्होंने इन नियुक्तियों को अवैध तो बताया था, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई थी।
इसके बाद विधानसभा की आश्वासन समिति ने इस मामले की जांच की। इसमें भी इन नियुक्तियों को अवैध माना गया था। इन नियुक्तियों में आरोप है कि जाति प्रमाण पत्र दूसरे राज्यों के लगा दिए गए, जबकि नियमों के मुताबिक जाति प्रमाण पत्र उसी राज्य में लागू होते हैं, जहां से जारी किए गए हैं।