आरबीआई आकंड़ों के बाद आम आदमी पार्टी ने नोटेबंदी को बताया देश का सबसे बड़ा घोटाला
Lokesh Goswami | Rohit Sharma
आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला है। इस बार रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा जारी नोटबन्दी के आकड़ो का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री से चौराहे पर खड़े होकर देश से माफी मांगने को कहा है। यही नही आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि बीजेपी और सरकार ने अपने करीबियों के काले धन को सफेद करने के लिए नोटबन्दी लागू किया था और नोटबन्दी देश का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला है।
आम आदमी पार्टी के नेता दिलीप पांडे प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक एप्लीकेशन दिखाने लगे और मोदी सरकार पर आरोप लगा दिया कि जिस कंपनी का नाम पनम्मा मे आया था, जिसका संबंध पाकिस्तान के खुफिया एजेंसी आईएसआई से है उसे मोदी सरकार ने नोट छापने का काम दे दिया। आम आदमी पार्टी के मुताबिक ब्रिटिश कंपनी देला रु को नोट छापने का काम दिया गया, इससे हमारी सुरक्षा में सेंध लगी है। दिलीप पांडे यही नही रुके उन्होंने वित्त मंत्री अरुण जेंटली को भी आड़े हाथ लिया। आम आदमी पार्टी के मुताबिकपिछले साल नवंबर में उन्होंने यही मुद्दा उठाया था लेकिन, अरुण जेटली ने उस समय ट्वीट कर कहा था कोई भी ब्रिटिश कंपनी से उनका कोई लेना देना नही है।
संजय सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को देश के किसी भी चौराहे पर खड़े होकर देश के आम लोगो से माफी मांगने की बात कही है, क्योकि प्रधानमंत्री ने नोटबन्दी के वक्त देश के लोगो से जितने भी बात किये थे वो सब झूठे साबित हुए। अब तो जाली नोट भी पकड़े जा रहे है।
संजय सिंह ने नोटबन्दी को देश का सबसे बड़ा घोटेला बता दिया है साथ ही बीजेपी और केंद्र सरकार पर आरोप लगा दिया कि ये स्कीम अपने करीबियों के काले धन को सफेद करने के लिए लाया गया। बहरहाल, ये भी सच है कि नोटबन्दी के बाद कई राज्यो में चुनाव हुए विपक्षी पार्टियों ने नोटबन्दी को मुद्दा बनाया, लेकिन आम लोगो ने इसे नकार बीजेपी को वोट किया।