श्री रामलीला कमेटी विजयमहोत्सव 2017 साइट 4 में हुआ प्रभु राम वन गमन

Ashish Kedia
(Photo/Video : Saurabh Shrivastav)

 

ग्रेटर नॉएडा के साइट 4 में प्रतिदिन मंचित हो रही रामलीला में मंगलवार का दिन भावपूर्ण प्रसंगो से भरा रहा।  कैकयी हठ, राम वनवास, श्रवण कुमार कथा और अयोध्या  वासियों की विरह विनती ने पुरे रामलीला प्रांगण को भाव विभूत कर दिया। 

मंगलवार को  मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल नंदी और राजयसभा  सांसद सुरेंद्र नागर रहे और राजेंद्र अग्रवाल सांसद भाजपा रहे। इस अवसर पर सपा नेता नरेंद्र नागर  और परम डेरी ग्रुप के एमडी राजीव परम  ने भी कमेटी के पदाधिकारियों  को  रामलीला के सुन्दर आयोजन की बधाई दी। 
  
रामलीला का  भव्य मंच और मंचन के सफल आयोजन करने पर कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल नंदी ने कमेटी की सराहना की।  सांसद सुरेंद्र नागर ने रामलीला कमेटी द्वारा पिछले 12  वर्षों से  रमलीला मंचन के सफल आयोजन पर बधाई दी . 
 
मीडिया प्रभारी विनोद कसाना ने बताया की आज राजतिलक की तैयारी, मंथरा  कैकयी संवाद, श्रवण वध, दशरथ मरण, राम वनवास, गुहराज से भेंट, राजकेवट संवाद, भरत मिलाप का मंचन किया गया।  
 
संयुक्त महासचिव सौरभ बंसल ने  बताया साकेत कला मंच मुरादाबाद के कलाकारों ने  राम वनगमन और राम के वियोग में दशरथ के प्राण त्यागने और भरत मिलाप के मार्मिक दृश्य मंचित कर दर्शकों को भावुक कर दिया। मंचन के शुरआत में   कैकेयी हठ पर प्रभु राम के वनगमन से होती है। राम के साथ सीता और  लक्ष्मण भी वन जाने की हट  करते हैं। राम के वनवास जाने से पहले राजा दशरथ मूर्छित हो जाते हैं।

 

राम, सीता लक्ष्मण जब वनवास जाते हैं तो अयोध्या के लोग उनके रास्ते में खड़े हो जाते हैं और उन्हें वनवास जाने से रोकते हैं। लेकिन राम नहीं मानते। अयोध्या वासी दुखी हो जाते हैं।  अगले प्रसंग  में  कलाकारों ने राम के वियोग में दशरथ विलाप का मार्मिक दृश्य का सजीव मंचन किया जिसे देख मौजूद दर्शकों की आंखें नम हो गई।

दृश्य की शुरआत राजा दशरथ के  कक्ष से  होती है जहाँ  वो  शैया पर पड़े विलाप कर रहे हैं, रानी कौशल्या उन्हें ढांढस बंधाने का प्रयास कर रही हैं किंतु दशरथ कातर भाव से राम -राम करते हुये विलाप करते जा रहे हैं। वे अपनी सुध बुध खो चुके हैं और हे  राम, हे  राम  करते हुये वो अपने प्राण त्याग देते हैं। इस दौरान इसके पश्चात  राम केवट संवाद के मंचन को देख दर्शक भाव विभोर हो गए। 

इसके पश्चात श्रवण कुमार ले प्रसंग का भी भावपूर्ण मंचन हुआ।

  इस दौरान कलाकरों के जीवंत अभिनय ने पूरा वातावरण मार्मिक कर दिया।

राम के वन गमन के दौरान अयोध्या वासियों की प्रभु श्री राम से अयोध्या वापस चलने की विनती और प्रभु राम का वचन पूर्ण करने का ढृढ़ संकल्प भी इस दौरान मंचित किया गया।

 
इस अवसर  पर कमेटी के अध्यक्ष सरदार मनजीत सिंह महासचिव विजेंदर आर्य मनोज गर्ग सौरव बंसल विनोद कसाना ओमप्रकाश अग्रवाल ,  मुकेश शर्मा एडवोकेट, एडवोकेट संजय सिंह , धर्मपाल भाटी कुलदीप शर्मा  के के शर्मा श्यामबीर भाटी अमित गोयल मुकुल गोयल कपिल गुप्ता , चाचा हिंदुस्तानी सतीश गोयल ओमबीर प्रधान पवन भाटी सत्ते नागर बोबु नागर सुनील प्रधान आदि लोग मौजूद रहे ।

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