(01/06/2019) भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज केंद्रीय गृहमंत्री के रूप में पदभार संभाला। नॉर्थ ब्लॉक में केंद्रीय गृह सचिव राजीव गाबा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने शाह का स्वागत किया। नव-नियुक्त गृह राज्य मंत्रियों जी. के. रेड्डी और नित्यानंद राय ने भी पदभार संभाला।
दरअसल गुरुवार को उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ पद और गोपनीयता की शपथ ली थी , इस लिहाज से सरकार में उनकी भूमिका अब एक तरह से नंबर दो की होगी । खासबात यह है कि अमित शाह के गृहमंत्री बनने के साथ ही उनकी प्राथमिकताओं को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया है , खासकर जम्मू-कश्मीर में धारा-370 और आर्टिकल 35-ए पर सरकार का रुख देखने लायक होगा ।
वही लोगों की निगाहें इस बात पर होंगी कि बतौर गृह मंत्री अमित शाह इस मसले पर क्या रुख अपनाते हैं, क्योंकि वे लगातार इसको हटाने की बात करते हैं । आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में इसी साल नवंबर में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं , ऐसे में उससे पहले धारा-370 और आर्टिकल 35-ए पर गृह मंत्रालय का रुख राज्य की सियासत में काफी उतार-चढ़ाव लाने वाला साबित हो सकता है।
लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर में तीन सीटों पर जीत दर्ज की है , बीजेपी राज्य में लगातार अपनी पकड़ मजबूत करने का प्रयास कर रही है । इस कड़ी में भी पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का गृह मंत्री बनना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है , इसके अलावा अमित शाह के गृहमंत्री बनने के बाद पश्चिम बंगाल की सियासी स्थिति पर भी सबकी निगाहें होंगी ।
खासकर बीजेपी और ममता बनर्जी की टीएमसी के तल्ख रिश्तों के बीच देखना दिलचस्प होगा कि बतौर गृह मंत्री अमित शाह और ‘दीदी’ के बीच कानून व्यवस्था और अन्य मामलों पर कैसा संबंध रहता है।