ग्रेटर नोएडा : राम मंदिर निर्माण में रावण के गांव की मिट्टी का होगा इस्तेमाल
ABHISHEK SHARMA
ग्रेटर नोएडा के बिसरख गांव स्थित रावण के मंदिर की मिट्टी भी राम मंदिर की नींव में डाली जाएगी। रविवार को एक कलश में मिट्टी अयोध्या भेज दी गई है। बिसरख गांव को रावण का जन्म स्थल माना जाता है। यहीं पर रावण का मंदिर भी बना हुआ है। गांव निवासी खुद को रावण का वंशज मानते हैं और दशहरा भी नहीं मनाते।
वहीं, 5 अगस्त को अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का भूमि पूजन है। हिंदू रक्षा सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आचार्य अशोकानंद महाराज ने बताया कि लंबे इंतजार के बाद मंदिर बनने जा रहा है। भूमि पूजन में देश के करीब आठ हजार विभिन्न धार्मिक स्थलों की मिट्टी एकत्र की जा रही है। जो निर्माण में प्रवाहित की जाएगी।
बताया जा रहा है कि अयोध्या में भूमि पूजन में देशभर के करीब आठ हजार पवित्र स्थलों से मिट्टी व जल का उपयोग किया जाएगा। बिसरख से श्रद्धालुओं ने मिट्टी का कलश लेकर कूच किया। इससे पहले मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ मिट्टी को कलश में रखा।
साथ ही मिट्टी की पूजा-अर्चना की गई। ग्रामीणों के मुताबिक, बिसरख गांव को रावण का गांव कहा जाता है। मान्यता यह भी है कि रावण का जन्म बिसरख गांव में हुआ था। उनके पिता महर्षि विश्रवा का यहां आश्रम था। गांव में एक प्राचीन शिव मंदिर भी है। इसमें अष्ट भुजा शिवलिंग है। सदियों से ऐसे मान्यता है कि शिवलिंग की स्थापना महर्षि विश्रवा ने की थी।
ग्रामीणों का दावा है कि शुरुआती काल में इस स्थान का नाम विश्रवेश्वरा था। बाद में जगह का नाम बदलकर बिसरख हो गया। पुराणों में विश्रवेश्वरा का जिक्र है। इस मौके पर पंडित लेखराज शर्मा, रामवीर शर्मा, गोपाल शर्मा, संदीप शर्मा, पुरन गौतम, मांगेराम, संदीप बालियान, नरेंद्र भाटी मौजूद रहे।
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