तबादला होने के डर से 10 दिन से हडताल पर बैठे हैं नोएडा प्राधिकरण के सफाई कर्मचारी
ABHISHEK SHARMA
स्वच्छता के लिए नोएडा यूपी में प्रथम स्थान पर आया है। इसे देश में सर्वोच्च स्थान पर लाने की कोशिश की जा रही है। मगर जिस तरह से सफाई कर्मचारी कभी भी हड़ताल कर देते है, उससे यह सपना साकार होता नजर नहीं आ रहा है।
कर्मचारियों के दिमाग में तबादले का भ्रम बैठ गया है और इस तरह शहर के करीब 3 हजार सफाई कर्मचारी काम बंद कर पिछले 10 दिनों से हड़ताल पर हैं। कोरोना काल में बायोमैट्रिक हाजिरी सुरक्षित न होने की वजह से प्राधिकरण ने एक आईटी कंपनी से चेहरे से हाजिरी ऐप डिजाइन करवाया है इससे हाजिरी लगने कला की शुरुआत 1 सितंबर से हुई।
सफाई कर्मचारियों के बीच कुछ से लोगों ने यह अफवाह फैला दी कि प्राधिकरण को कर्मचारियों को नियमित न करना पड़े इसलिए उस आईटी कंपनी में कर्मचारियों का ट्रांसफर किया गया है।
ऐसे में अब वह आईटी कंपनी हाजिरी ले रही है। यह अफवाह सफाई कर्मचारियों के बीच तेजी से फैली। इसके बाद अथाॅरिटी के अधिकारियों ने उनको समझाने की भी कोशिश की लेकिन एक ज्ञापन जारी कर सफाई कर्मचारी हडताल पर चले गये हैं।
ओएसडी अविनाश त्रिपाठी ने बताया कि प्राधिकरण इस मामले में सफाई कर्मचारियों से बातचीत करेगा। यह जो भ्रम फैलाया गया, इसकी भी जांच करवाई जा रही है। अगर कोई ठेकेदार इसके पीछे मिला तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ब्लैकलिस्ट भी किया जाएगा। कर्मचारियों के बीच अफवाह फैलाई गई है।