नई दिल्ली :– केंद्र सरकार के तीन कृषि विधेयकों को लेकर शुरू हुआ विरोध संसद के बाद अब सड़क तक पहुंच गया है। आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर दिल्ली में प्रदर्शन किया | विधेयक वापस लेने की मांग करते हुए दिल्ली कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने संसद तक मार्च भी निकाला।
हालांकि दिल्ली पुलिस ने इन लोगों को संसद भवन तक जाने से पहले ही रोक लिया और विरोध करने पर कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। दिल्ली कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार द्वारा संसद में किसान विरोधी बिल पास करने के विरोध संसद भवन का घेराव किया, जबकि मोदी सरकार विपक्षी दलों की कड़ी आपत्ति के बावजूद देश में अन्य व्यवसायिक क्षेत्रों की तर्ज पर कृषि क्षेत्र को भी निजी हाथों में सौंपने की बोली लगा दी।
कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार के नेतृत्व में जब अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय भवन के बाहर एकत्रित होकर भाजपा विरोधी नारे लगाते हुए संसद भवन की ओर कूच करने लगे तभी भारी पुलिस बल के साथ दिल्ली पुलिस द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया और मंदिर मार्ग थाने ले जाया गया।
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार दिल्ली पुलिस द्वारा दमनकारी नीति अपना कर राजनीतिक पार्टियों के विरोध करने लोकतांत्रिक अधिकार दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा किसानों के लिए लाया गया बिल किसान विरोधी है, जिससे किसान बर्बाद हो जाएगा जो पहले से ही कोविड-19 महामारी के कारण आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।
कांग्रेस नेता अनिल कुमार ने कहा कि मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस व अन्य पार्टियों की राय पर कोई विचार किए बिना मोदी सरकार ने संसद में तानाशाही तरीके किसान बिल पास करवाकर किसानों की आवाज को कुचल दिया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने इस बिल के द्वारा उत्पाद के न्यूनतम समर्थन मूल्य के साथ प्रतिस्पर्धी कीमतों पर अपने उत्पादों को बेचने की स्वतंत्रता किसानों से छीन ली है।
अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस किसानों की आवाज को मजबूती से तब तक उठाती रहेगी जब तक यह किसान विरोधी बिल पास नही लिया जाता। उन्होंने कहा कि जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है उसका एक मात्र एजेन्डा रहा है, गरीबों की कीमत पर अपने अमीरों दोस्तों की जेब भरना रहा है, नोटबंदी की शुरुआत के साथ कई अन्य नीतिगत निर्णय लिए गए जैसे रक्षा क्षेत्र में नीजि क्षेत्र में रास्ते खोलने और कुछ लाभदायक रेलमार्गो पर निजीकरण करना आदि शामिल है। उन्होंने कहा कि भाजपा की मोदी सरकार के जन विरोधी निर्णयों के विरोध में कांग्रेस पार्टी मूक दर्शक बनकर नही बैठने की बजाए हर स्तर पर विरोध दर्ज कराऐगी।
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