नोएडा-ग्रेटर नोएडा हवा में घुला जहर, रेड जोन में पहुंचा प्रदूषण का स्तर
ABHISHEK SHARMA
सर्दियां आते ही दिल्ली-एनसीआर के लोगों की चिंता बढने लगी है। इसका कारण बढता हुआ प्रदूषण व आसमान मे छाई धुंध है। नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) रेड जोन में है। यहां आज सुबह एक्यूआई 331 दर्ज किया गया है। उम्मीद है कि आने वाले समय मे यह 500 को पार कर जाएगा।
नोएडा की बिगडती आबोहवा से कोरोना और खतरनाक हो जाएगा। प्रदूषण के चलते लोगों को सांस लेने मे दिक्कत होने लगती। इसका सीधा असर फेफडों पर पडता है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा की स्थिति दिल्ली से भी खराब है। वहीं सैटेलाइट तस्वीरों से ज्ञात हुआ है कि हरियाण व पंजाब में पराली जलाई जा रही है।
हवा में प्रदूषक तत्वों की मात्रा बढ रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले समय में स्थिति और अधिक खराब हो सकती है। दिल्ली में बुधवार सुबह का एक्यूआई 306 दर्ज किया गया। नजदीकी नोएडा में हवा की क्वालिटी और खराब हो गई है। वहां का एक्यूआई 331 है। इन दोनों के मुकाबले गुड़गांव की स्थिति अभी ठीक है। वहां एक्यूआई 232 है।
लोगों की लापरवाही के चलते प्रदूषण के स्तर में बढोतरी हो रही है। जगह-जगह कूडा जलाया जा रहा है। प्राधिकरण भी सडकों पर जमी धूल को साफ नही कर रहा है। सोमवार शाम ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट का एक्यूआई 300 के पार पहुंच गया। जो मंगलवार को और बढ़ गया।
नोएडा का एक्यूआई 286 ग्रेटर नोएडा वेस्ट का 330 जबकि ग्रेटर नोएडा का 310 रहा। प्रदूषण विभाग के अफसरों का कहना है कि आने वाले दिनों में एक्यूआई का स्तर और बढ़ेगा। हवा में धूल के कण की मात्रा भी बढ़ेगी। यही हाल रहा तो एक्यूआई 500 के पार पहुंच जाएगा। वायु प्रदूषण को रोकने के लिए प्राधिकरण और प्रशासन स्तर पर कार्रवाई नहीं हो रही है। सिर्फ यूपीपीसीबी ही शिकायत मिलने पर कार्रवाई कर रहा है।