आप प्रवक्ता का बयान, एमसीडी भ्रष्टाचार के इरादे से खूबसूरत पार्कों में दूध-सब्जी की दुकानें खोलने की लाई है योजना
ROHIT SHARMA
नई दिल्ली :– आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने एक बार फिर भाजपा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है | साथ ही भाजपा की लूट की छठीं स्कीम का खुलासा किया। सौरभ भारद्वाज ने कहा, क्योंकि भाजपा के निगम पार्षद इस बात को भलीभांति समझ रहे हैं कि लोगों में उनके खिलाफ बेहद गुस्सा है और लोग चुनाव का भी इंतजार कर रहे हैं कि कब दिल्ली में नगर निगम के चुनाव हों और हम इस भ्रष्ट भाजपा को नगर निगम की सत्ता से निकाल कर बाहर फेंके। इसी बात से घबराकर उत्तरी दिल्ली नगर निगम की तर्ज पर ही दक्षिण दिल्ली नगर निगम ने भी दिल्ली की जनता को लूटने की एक नई स्कीम निकाली है।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार अपनी पिछली प्रेस वार्ता में हमने बताया था कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम किस प्रकार से निगम के अधीन आने वाली बहुमूल्य जमीनों को नीलाम कर रही है, उसी स्कीम की तर्ज पर अब दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने भी दिल्ली की जनता को लूटना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि दक्षिणी दिल्ली में बहुत सारे और बहुत सुंदर सुंदर पार्क हैं, जिनका कि स्थानीय आरडब्लूए के माध्यम से रखरखाव किया जाता है।
उन्होंने बताया कि इन पार्कों के लिए दिल्ली सरकार दिल्ली पार्क्स एंड गार्डन सोसाइटी के माध्यम से स्थानीय आरडब्लूए को सीधे तौर पर फंड मुहैया कराती है, और पिछले 2 साल से दिल्ली सरकार इन पार्को के रखरखाव की अनुमानित राशि से 3 गुना अधिक लगभग चार-चार लाख रुपए प्रति पार्क के हिसाब से स्थानीय आरडब्ल्यूए को दे रही है, ताकि पार्क में माली की, खाद-पानी और अन्य चीजों की व्यवस्था की जा सके। इन पार्कों के माध्यम से भाजपा शासित नगर निगम लूट की एक नई स्कीम शुरू करने की फिराक में है।
भाजपा शासित नगर निगम चाहती है कि दक्षिणी दिल्ली के बड़े-बड़े और सुंदर पार्कों में, जहां हजारों लोग सुबह-सुबह भ्रमण करने आते हैं, वहां दूध, सब्जी और फलों की दुकानें लगाई जाए। उन्होंने बताया कि भाजपा शासित नगर निगम ने जो स्कीम तैयार की है, उसके तहत नगर निगम लोगों को यहां 7 साल तक दुकान लगाने का ठेका देगी। उन्होंने कहा कि इससे भी ज्यादा हैरान कर देने वाली बात यह है कि यह दुकाने जिन लोगों को आबंटित की जाएंगी उन लोगों को दुकाने खुद ही बनानी पड़ेगी।
इसके पीछे छिपे भ्रष्टाचार पर कुछ प्रश्न चिन्हित करते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि नगर निगम जिन दुकानों को बनाने की बात कर रही है, यदि वह उन्हीं लोगों द्वारा बनाई जानी है, जिन्हें दुकानें आवंटित की जाएंगी, तो इन दुकानों का माप क्या होगा, यह दुकानें कितनी बड़ी होंगी इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी? दुकाने बनने के बाद, दुकानदार आसपास की जगह को भी घेर लेगा, उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी? दुकान के लिए लाइसेंस किसको मिला है और दुकान चला कौन रहा है? यह देखने की जिम्मेदारी किसकी होगी? एक लाइसेंस दिया गया है या पांच लाइसेंस दिए गए हैं यह देखने की जिम्मेदारी किसकी होगी?
उन्होंने कहा कि मैं यह सब बातें इसलिए कह रहा हूं कि यदि आप कॉलोनियों में लगने वाले साप्ताहिक बाजार का मुआयना करके देखें, तो आपको पता चलेगा कि कागजों में उन बाजारों को लगाने का क्षेत्रफल 300 मीटर है और आप बाजार जाकर देखें तो तीन-तीन किलोमीटर तक बाजार लगा हुआ होता है। यह इसलिए होता है, क्योंकि जो लोग अवैध तरीके से बाजार में अपनी दुकानें लगाते हैं उनसे भाजपा के निगम पार्षद और नगर निगम के अधिकारी रिश्वत लेते हैं।
इस संबंध में एक बेहद ही चौंकाने वाली बात पत्रकारों के साथ साझा करते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पिछले 3 दिन से आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी नगर निगम को आरटीआई लिखकर इस बात का जवाब मांग रहे हैं कि पार्को में दूध फल और सब्जी की दुकानें लगाने का सुझाव नगर निगम को कहां से मिला? भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा आरोप लगाते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में पहले से ही दूध और ब्रेड की व्यवस्था के लिए डीएमएस के एवं मदर डेयरी के सैकड़ों बूथ हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित नगर निगम यह सारी कवायद सिर्फ और सिर्फ अपने कार्यकर्ताओं को यह दुकाने दिलाने के मकसद से कर रही है। भाजपा के निगम पार्षद सोच रहे हैं की जाते-जाते अपने कार्यकर्ताओं को कब्जा करने के लिए जमीने अलॉट कर दें।
साथ ही साथ सौरभ भारद्वाज ने एक अन्य जानकारी पत्रकारों से साझा करते हुए बताया कि इस संबंध में कई स्थानीय आरडब्ल्यूए ने दिल्ली के उप राज्यपाल महोदय और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी को पत्र लिखकर भाजपा के इस षड्यंत्र को रोकने की अपील की है। पत्र में उन्होंने साफ तौर पर लिखा है कि इन पार्कों का रखरखाव स्थानीय आरडब्ल्यूए करती है, ना कि नगर निगम। उन्होंने कहा है कि इन पार्कों में हमारे परिवार के बुजुर्ग और महिलाएं भ्रमण करने आते हैं, हमारे बच्चे खेलते हैं, यहां पर यह दुकानदारी शुरू न की जाए। उन्होंने लिखा है कि दिल्ली की सफाई करने में ही नगर निगम फेल साबित हुई है। इन दुकानों के बनने के बाद इन पार्कों में जो कूड़ा होगा उसकी सफाई कौन करेगा?
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा के निगम पार्षदों का इतिहास रहा है कि वह दिल्ली में खाली पड़ी जमीनों पर, बाजारों में, स्थानीय मार्किटों में कब्जा करवाने का काम करते रहे हैं। अपनी ही विधानसभा ग्रेटर कैलाश में एम ब्लॉक की मार्केट में हुई एक घटना का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि भाजपा की स्थानीय निगम पार्षद शिखा राय साक्षात तौर पर वहां खड़े होकर लगभग 10 करोड़ की जमीन पर कब्जा करवा रही थी, जिसको लेकर मैंने एक प्रेस वार्ता भी की थी और उस घटना से जुड़े साक्ष्य सभी पत्रकार बंधुओं के साथ साझा भी किए थे।
उन्होंने कहा कि जब भाजपा के पार्षद खुल्लम खुल्ला एक भरी पूरी मार्केट में कब्जा करवा सकते हैं, तो इन पार्कों में कब्जा करने की कैसी लूटमार उनके द्वारा शुरू की जाएगी, इसका अंदाजा बड़ी आसानी से लगाया जा सकता है, इसीलिए हम भाजपा शासित नगर निगम के इस प्रस्ताव का पूरी तरह से विरोध करते हैं।