यूपी के सरकारी अस्पतालों में शुरू हुई ओपीडी सेवा, दूसरी लहर के कारण की थी सेवाएं बंद

Ten News Network

नोएडा :– उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले कम होते देख राज्य सरकार ने प्रदेश भर के अस्पतालों में आज से ओपीडी एवं आइपीडी की सेवाएं कोरोना प्रोटोकाल के साथ शुरू कर दी है। इस विषय पर अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद द्वारा बुधवार को एक आदेश जारी किया गया था। आदेश के बाद अब मरीजों को चिकित्सीय परामर्श के साथ-साथ भर्ती होने की सुविधा दी जाएगी।

 

प्रदेश के सभी डीएम, सीएमओ व सीएमएस को भेजे इस आदेश में आज जिले के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी व आईपीडी सेवा शुरू करने को कहा गया है। आदेश के अनुसार, सभी पीएचसी, सीएचसी, जिला अस्पताल, मंडलीय अस्पताल व विशेष प्रयोजन के लिए बनाए गए अस्पतालों में फीवर क्लीनिक व फ्लू कार्नर बनाए जाएंगे।

कोरोना के लक्षण युक्त रोगियों का यहीं पर परीक्षण कराया जाएगा ताकि वह अन्य रोगियों से अलग रहें। यहां पर लक्षण युक्त रोगियों का कोरोना टेस्ट ट्रूनैट व एंटीजन के माध्यम से कराया जाएगा।

 

इस मामले को लेकर टेन न्यूज़ की टीम ने नोएडा सीएमएस रेनू अग्रवाल से बात की उन्होंने हमें बताया कि लॉकडाउन में सरकार के शासनादेश पर प्रदेश में सभी ओपीडी सेवाएं बंद कर दी गई थी, लेकिन अब कोरोना के मामले कम आ रहे हैं और नोएडा के अस्पतालों में भी इस समय कोरोना के कम मरीज है।

 

जिसके चलते गवर्नमेंट की गाइडलाइन पर ही ओपीडी सेवाओं को स्टेप वाइज खोला जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में सर्जिकल ओपीडी सेवाओं को खोलने का आदेश आया है। जिसको देखते हुए सभी सर्जिकल ओपीडी, ऑर्थो, आई और ईएंटी सेवाओं को खोल दिया गया है।

 

रेनू अग्रवाल ने बताया कि पोस्ट कोविड ओपीडी पहले से ही कार्यरत थी। जिसमें कोरोना के बाद अगर कोई बीमारी मरीज को होती है तो उसमें उसका उपचार किया जाता है। इसके साथ ही बुखार जैसे क्लीनिकल उपचार चलते ही रहेंगें।

 

उन्होंने बताया बच्चों का टीकाकरण महिलाओं का टीकाकरण और गर्भवती महिलाओं के डिलीवरी अन्य सेवाएं पहले से ही कार्यरत हैं। इस तरीके से अगर देखा जाए तो नोएडा के अस्पतालों में सभी सेवाएं शुरू की जा चुकी है।

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