नई दिल्ली :– आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एमसीडी चुनाव में 6 महीने बचे हैं , तो दिल्ली भाजपा को एमसीडी में भ्रष्टाचार दिखने लग गया है। एमसीडी में साढे 19 साल राज करने के बाद भाजपा को भ्रष्टाचार की याद आयी है।
शुक्र है भाजपा ने माना है कि नगर निगम भ्रष्टाचार का अड्डा है। भ्रष्टाचार मिटाने का मिशन जिन लोगों ने शुरू किया है, उसमें ऐसे कई लोग हैं जिनके खिलाफ हमने भ्रष्टाचार के सबूत दिए हैं। उन्होंने कहा कि जब चुनाव में 6 महीने बचे हों तो भ्रष्टाचार के खिलाफ बातें की जा सकती हैं।
आदेश गुप्ता बताएं कि भ्रष्टाचार के इन सब मामलों के अंदर क्या जांच कराई है। भाजपा के दिल्ली अध्यक्ष जब भ्रष्टाचार के आरोपियों के साथ बैठ कर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं तो भ्रष्टाचार कैसे कम होगा।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मुझे लगता है कि यह तैयारी आदेश गुप्ता ने जो की है वो दोबारा से सभी पार्षदों को बदलने की तैयारी है। उन्होंने बोला था कि हम सब की सफाई करेंगे। हकीकत यह है कि समस्या पार्षद में नहीं बल्कि भाजपा में है। इसकी वजह यह है कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम में नागलोई वार्ड की जो पार्षद है ज्योति उन्होंने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, भाजपा के उस वक्त के अध्यक्ष को लिखित में चिट्ठी भेजी थी कि एमसीडी में जबरदस्त भ्रष्टाचार है।
माफियाओं के साथ उनकी पार्टियों के बड़े-बड़े नेता मेयर जयप्रकाश, स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष छैल बिहारी गोस्वामी और कमिश्नर ज्ञान भारती शामिल है। छैल बिहारी गोस्वामी कल प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद थे और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए एक मिशन शुरूआत करने की बात कह रहे थे। यह लिखित में भ्रष्टाचार का मामला है। उन्हीं की पार्षद ज्योति द्वारा लिखित में शिकायत की गई थी। इसके ऊपर आदेश गुप्ता जी ने क्या जांच की है यह बताएं।
उन्होंने कहा कि दूसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में हमने लीडर ऑफ द हाउस हैं और महिपालपुर से पार्षद हैं इंद्रजीत शेरावत। यह भी इतफाक से कल प्रेस कॉन्फ्रेंस में आदेश गुप्ता के बगल में बैठे हुए थे। उन्होंने भ्रष्टाचार को खत्म करने की नीति बनाई है। इंद्रजीत शेरावत के पास 2017 में मात्र 1.24 करोड़ थे और दो प्रॉपर्टी थी। 2019-20 के बीच में इन्होंने खुद जानकारी दी है कि उनके पास 6 प्रॉपर्टी हैं और 2 करोड़ 58 लाख रुपए हैं।
यानी की संपत्ति 3 गुना हो गई है। उनके पास महिपालपुर में करीब 20 करोड़ की लागत से एक होटल चल रहा है, जो कि अवैध है। एमसीडी ने उसको कागजों में गिरा दिया है लेकिन उनका होटल वहां पर जीता जागता मौजूद है। बिना किसी लाइसेंस के चल रहा है। हम आदेश गुप्ता से जानना चाहेंगे कि इस पार्षद जो लीडर ऑफ द हाउस हैं उनके बारे में क्या जांच कराई है। जांच में क्या पाया गया है।
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