नई दिल्ली :– बच्चे हमारे देश का भविष्य है, अगर आज हम बच्चों के भविष्य पर ध्यान देंगे, तभी हमारा कल सवरेगा, कल सवारने के लिए हमें अपने आज को सवारना होगा।
वही इस कड़ी को लेकर एक एनजीओ ने बड़ी पहल की है, जिसका नाम बीइंग सोशल है, उन्होंने गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा देने का प्रण लिया है, जिसको पूरा करने में एनजीओ कार्यरत है। आपको बता दें कि बीइंग सोशल एनजीओ ने दिल्ली के मयूर विहार 1 में यमुना खादर में आद्रिका कला पाठशाला खोली है, जो गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करेंगी।
खासबात यह है कि जो प्राइवेट स्कूलों में शिक्षा दी जाती है वैसे ही शिक्षा गरीब बच्चों को दी जाएगी। बीइंग सोशल ने अब तक गरीब बच्चों को पढ़ाने के लिए दूसरी पाठशाला खोली है। आद्रिका पाठशाला ने एक स्कूल कौशांबी में भी खोला है, जिसका नाम आद्रिका पाठशाला है और दिल्ली के मयूर विहार फेस वन में दूसरी ब्रांच खोली गई है, जिसका नाम आद्रिका कला पाठशाला है।
कार्यक्रम में मौजूद बीइंग सोशल के वोलंटियर जितेश मोदी ने कहा कि हम बच्चों को भविष्य सुधारना चाहते हैं, यहां 135 बच्चे पढ़ने आते हैं, अगर उनमें से एक भी बच्चा अपने पैरों पर खड़ा हो जाता है, तो हमारी मेहनत सफल हो जाएगी ।
आद्रिका पाठशाला की अध्यक्ष रचना शाही ने कहा कि जब हमने इन्हें पढ़ाना शुरू किया था, तब से अब तक इन बच्चों में काफी सुधार आया है और यह बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह जिन्हें हम एक सुंदर और लोगों को प्रभावित करने वाली मिसाइल बनाना चाहते हैं, इसलिए हमने उनके लिए यहां स्कूल खोला है।
बीइंग सोशल के उपाध्यक्ष गौरव ने कहा कि हम अपनी सोसाइटी को बहुत कुछ देना चाहते हैं, क्योंकि आज के समय में सब हमारी सोसाइटी से लेना चाहते हैं, लेकिन कोई देना भी नहीं चाहता और हमारी एनजीओ बच्चों को पढ़ाना उनके स्वास्थ्य के लिए काम करना और उनमें खशियां बांटने का काम करता है।
बेंगलुरु, पुणे, मुंबई जैसे शहरों में टीम हमारी काम कर रही है । देश का कल अच्छा बनाने की सोच के साथ ही हमारी एनजीओ बिना किसी स्वार्थ के बस्तियों में बच्चों को पढ़ाने का काम कर रही है। इस कार्यक्रम में बच्चों ने तरह-तरह की अपनी कला को भी दिखाया, किसी ने देश के लिए गाना गाया, तो किसी ने देश भक्ति के गाने पर डांस किया।
वही कार्यक्रम में टेन न्यूज़ नेटवर्क के संस्थापक गजानन माली ने बच्चों को अपने शब्दों से हिम्मत दी और साथ ही बीइंग सोशल और आद्रिका पाठशाला की इस पहल को शुभकामनाएं दी। टेन न्यूज़ ने बच्चों से बात कर जाना कि आखिर इस स्कूल से उन्हें कितनी मदद मिली, बच्चों के माता-पिता का कहना है कि सरकारी स्कूल उनके घर से दूर है, जिस कारण वह बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं, लेकिन आद्रिका पाठशाला की सहायता से यह बच्चे अब पढ़ सकेंगे ।