संविधान दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे मोदी, कांग्रेस ने किया बहिष्कार का ऐलान

Ten News Network

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New Delhi: पीएम नरेंद्र मोदी आज ‘संविधान दिवस’ के मौके पर संसद भवन और विज्ञान भवन में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत संसद भवन के सेंट्रल हॉल में सुबह 11 बजे कार्यक्रम का आयोजन होगा, जिसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी संबोधित करेंगे। राष्ट्रपति अपने संबोधन के बाद लाइव प्रसारण पर संविधान की प्रस्तावना भी पढ़ेंगे, जिसमें पूरा देश ऑनलाइन उसमें शामिल होगा।

प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, राष्ट्रपति संविधान सभा में हुई बहस और चर्चाओं का डिजिटल वर्जन, भारत के संविधान की सुलेखित प्रति का डिजिटल संस्करण और भारत के संविधान के अपडेटेड संस्करण का भी विमोचन करेंगे, जिसमें अब तक के सभी संशोधन शामिल होंगे। वह ‘संवैधानिक लोकतंत्र पर ऑनलाइन क्विज’ का भी उद्घाटन करेंगे। वहीं प्रधानमंत्री शुक्रवार शाम 5:30 बजे विज्ञान भवन के प्लेनरी हॉल में सुप्रीम कोर्ट द्वारा आयोजित दो दिवसीय संविधान दिवस समारोह का उद्घाटन करेंगे।

इस अवसर पर सुप्रीम कोर्ट के सभी जज, सभी हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस और अन्य वरिष्ठ न्यायाधीश, भारत के सॉलिसिटर जनरल और कानूनी क्षेत्र के अन्य सदस्य उपस्थित रहेंगे।

इस समारोह को जनभागीदारी बनाने के लिये संसदीय कार्य मंत्रालय ने दो पोर्टल तैयार किए हैं, जिसमें से पहला ऑनलाइन माध्यम से संविधान की प्रस्तावना को पढ़ने से संबंधित हैं और दूसरा ‘संसदीय लोकतंत्र पर ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता’ से संबंधित हैं। इसमें हिस्सा लेने वालों को प्रमाण पत्र भी दिया जायेगा।

संविधान की प्रस्तावना को ऑनलाइन माध्यम से 22 राजभाषाओं और अंग्रेजी में पढ़ने की व्यवस्था की गई है। इस पोर्टल पर कोई भी पंजीकरण करा सकता है और इन भाषाओं में से किसी में भी संविधान की प्रस्तावना को पढ़ सकता है।

आपको बतादें की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लोक सभा और राज्य सभा के वरिष्ठ सांसदों के साथ बीते दिन बैठक की थी। बैठक में कांग्रेस ने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में शुक्रवार को होने वाले संविधान दिवस कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया है। कुछ अन्य दल भी इस कार्यक्रम का बहिष्कार कर सकते हैं।

कांग्रेस का आरोप है की मोदी सरकार ही संवैधानिक संस्थाओं समेत लोगों के संवैधानिक अधिकारों का हनन कर रही है, लिहाज़ा वो इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।

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