नोएडा : अस्पताल की लापरवाही से गयी एक और व्यक्ति की जान, संक्रमित होने के बावजूद भेज दिया था घर*
Abhishek Sharma
गौतमबुद्धनगर में कोरोना वायरस के साथ-साथ कोरोना संक्रमण काल में प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों की लापरवाही कम होने का नाम नहीं ले रही है। ग्रेटर नोएडा के एक कोविड 19 अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां एक व्यक्ति को कोविड 19 संक्रमण के बाद भी घर भेज दिया गया और 24 घंटे बाद व्यक्ति की मौत हो गई।
आईसीएमआर की गाइडलाइन के मुताबिक संदिग्ध में कोरोना वायरस होने के बाद उसे घर नहीं भेजा जा सकता है, लेकिन यहां एक बड़ी चूक देखने को मिली है। सेक्टर 82 स्थित केंद्रीय विहार निवासी ब्रजेश काले (57) नामक व्यक्ति को खांसी-बुखार के साथ ही सांस लेने में तकलीफ थी। डॉक्टरों की सलाह पर उन्होंने ग्रेटर नोएडा के कोविड 19 अस्पताल में जांच कराई।
परिजनों ने बताया कि जांच सैंपल लेकर डॉक्टरों ने उन्हें घर भेज दिया। 24 घंटे बाद अचानक तबीयत बिगड़ने से उसकी मौत हो गई। स्वजन का आरोप है कि उनके अंतिम संस्कार की तैयारी ही कर रहे थे, मालूम चला कि व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है।
इस दौरान तकरीबन 4 घंटे शव घर पर रहा। देर शाम सूचना मिलने के बाद गौतमबुद्ध नगर सीएमओ डॉक्टर दीपक ओहरी और सिटी मजिस्ट्रेट उमाशंकर मौके पर पहुंचे।
वहीं देर रात व्यक्ति का शव सेक्टर 94 अंतिम निवास भेजा गया, जहां सीएमओ की मौजूदगी में व्यक्ति का अंतिम संस्कार हुआ। अब देखने वाली बात यह होगी कि जिला प्रशासन व स्वास्थय विभाग इस लापरवाही पर क्या कदम उठाता है।