नई दिल्ली :– नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई पर बनीं फिल्म ‘गुल मकई’ 31 जनवरी को रिलीज होने वाली है | आपको बता दे कि बॉलीवुड में बनी इस फिल्म के निर्देशक अमजद खान हैं और संजय सिंगला इसके निर्माता हैं , इसकी शूटिंग भारत अधिकृत कश्मीर में हुई है | वही आज इस फिल्म के प्रमोशन के लिए निर्देशक अमजद खान दिल्ली पहुंचे |
फिल्म ‘गुल मकई’ के निर्देशक अमजद खान ने प्रेस वार्ता करते हुए अपनी फिल्म के बारे में जानकारी दी | उन्होंने कहा की मलाला पर फिल्म बनाना इतना मुश्किल नहीं था , जितना उसकी स्क्रिप्ट तैयार करना , खासतौर पर एक हिंदुस्तानी निर्देशक के लिए , सारी जानकारी हमें पाकिस्तान से जुटानी थीं। जब दोनों देशों के बीच हालात ऐसे हों तो सीधे जानकारी लेना लगभग नामुमकिन था।
साथ ही उनका कहना है की पाकिस्तान के कुछ पत्रकारों और लेखकों से अपनी टीम के राइटर्स का संपर्क करवाया, पाकिस्तानी अधिकारियों से भी इनपुट लिए , फिर भी संतुष्टि नहीं मिल रही थी। मलाला पर हमलों के चश्मदीद, उसे जानने वाले दूसरे लोग और पड़ोसियों सहित स्थानीय लोगों से फोन पर घंटों बात करने के बाद जो जानकारियां मिली उससे स्क्रिप्ट तैयार हुई , सिर्फ स्क्रिप्ट तैयार करने में ही हमें चार साल लग गए।
गुल मकई के निर्देशक एच.ई. अमजद खान ने आगे बताया की फिल्म बनाने से पहले उन्होंने मलाला से इजाज़त भी नहीं ली थी। पूरी फिल्म बन जाने के बाद लंदन जाकर हमने मलाला और उनके परिवार को ये फिल्म दिखाई। दो घंटे बारह मिनट की फिल्म को 4 बार बीच में रोकना पड़ा क्योंकि सभी इमोशनल हो गए।
भुज में हमारी गाड़ी 12 फीट गहरे गड्ढे में गिर गई थी, जिसमें मेरी टीम के कई साथियों को चोटें आईं थीं। मलाला को गोली लगने वाले सीन को फिल्माते वक्त मैं घबराकर रो पड़ा, आसपास खड़े लोग भी चीख उठे थे। हमें लगा कि एक्ट्रेस को सच में गोली लग गई है।
एक्ट्रेस का सीन में जो डाउन फॉल था वो रोंगटे खड़े कर देने वाला था। वो शॉट इतना जबरदस्त था कि वहां खड़े हर शख्स ने मलाला पर हुई फायरिंग को महसूस किया था। मलाला का किरदार निभा रहीं रीम शेख ने भी काफी मेहनत की है , उनकी ट्रेनिंग ही 40 दिन चली थी।