नई दिल्ली :– भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने विपक्ष पार्टी कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आज प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि मानसून सत्र के ठीक पहले हताश और निराश विपक्ष ने जासूसी का झूठा आरोप लगाकर सरकार को बदनाम करने का प्रयास किया है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा किसी भी नेता, पत्रकार, उद्योग घराने या किसी भी अन्य व्यक्ति का गैरकानूनी ढंग से फोन को ना हैक किया गया है और न ही किसी प्रकार की जासूसी करने का प्रयास किया गया है।
प्रवेश वर्मा ने आरोप लगाया कि विपक्ष जनता का जनहित के मुद्दों पर से ध्यान हटाने के लिए झूठे आरोप लगा रहा है , क्योंकि इस सत्र में 17 नए बिल आने वाले हैं जो जनहित और जनकल्याणकारी साबित होंगे।
सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि किसी भी स्तर पर ना तो इस आरोप का कोई सबूत है और न ही कोई साक्ष्य। जिस सॉफ्टवेयर का इस जासूसी में नाम लिया जा रहा है वह मानव, बच्चों की खरीद-फरोख्त या नशों की जानकारी के लिए प्रयुक्त होता है, लेकिन भारत इस सूचि में है ही नहीं।
सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने कहा कि सूचि में जिन पत्रकारों के नाम डाले गए हैं वे किसी भी तरह से इस स्तर के नहीं हैं कि उनकी जासूसी की जाए। क्योंकि उनमें से एक भी पत्रकार राजनीतिक पृष्ठभूमि से नहीं है और ना ही उन्हें किसी तरह की जानकारी है। भारतीय जनता पार्टी इस तरह के काम नहीं करती बल्कि यह तो कांग्रेस का काम है और उनके समय में ऐसा होता रहा है।
उन्होंने कहा कि जब तक कांग्रेस में राहुल गांधी जैसा ‘सॉफ्टवेयर’ है तब तक भाजपा को किसी सॉफ्टवेयर की जरुरत नहीं है, क्योंकि अभी तो कांग्रेस डबल डिजिट में है, लेकिन राहुल गांधी ऐसे ही काम करते रहे तो एक दिन कांग्रेस सिंगल डिजिट पर भी आ जाएगी।
उन्होंने कहा कि एनएसओ ने मीडिया संस्थान ‘द वायर’ को इस संदर्भ में चेतावनी दी है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है। इसके साथ ही एनएसओ ने ‘द वायर’ पर 5 करोड़ रुपये के मानहानी का दावा भी ठोका है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश में कोरोना जैसी बड़ी समस्या के हल में जुटे हुए हैं। वे मुफ्त में राशन, वैक्सीन और अन्य सुविधाएं जनता को सुलभ करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हताश विपक्ष इस बात से परेशान है कि वह मोदी सरकार पर एक भी आरोप नहीं लगा पा रहा है क्योंकि कांग्रेस सरकार में तो कोई भी काम बिना घोटाले की हुई ही नहीं, इसलिए उसने सत्र के एक दिन पूर्व जासूसी का झूठा और मनगढ़ंत आरोप लगाया है।