नई दिल्ली :– रुके हुए वेतन और पेंशन की मांग को लेकर दिल्ली के तीनों नगर निगम के करीब डेढ़ लाख कर्मचारी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है। इसमें सफाई कर्मचारियों से लेकर स्वास्थ्यकर्मी, शिक्षक, अभियंता व अन्य कर्मचारी शामिल है। ऐसे में आज सफाई व्यवस्था भी ठप हो गई है ।
वही आज एमसीडी कर्मचारियों ने एमसीडी के मेयरों के खिलाफ दिल्ली एमसीडी मुख्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया । एमसीडी एंप्लाइज यूनियन के कंवीनर एपी खान ने बताया कि लंबे समय से वेतन न मिलने के कारण कर्मचारियों का काम करना मुश्किल हो गया है। वहीं, पहले भी कई बार मांग की गई, लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिला। इसको देखते हुए तीनों नगर निगम के करीब डेढ़ लाख कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का निर्णय लिया है , वही आज इस मामले में जमकर प्रदर्शन किया गया है ।
साथ ही उन्होंने कहा कि तीनों नगर निगम के सभी कार्यालय आज से बंद रहेंगे । वहीं, सिविल लाइंस से लेकर उपराज्यपाल आवास तक मार्च भी निकाला गया , लेकिन भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात था , जिसके चलते उन्हें रोक लिया गया । उन्होंने कहा कि जब तक स्थायी समाधान नहीं निकलता तब तक कर्मचारियों की हड़ताल जारी रहेगी।
वही दूसरी तरफ प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि एमसीडी ने हमारा कई महीनों का वेतन रोक रखा है , हमे अपने परिवार वालो का पालन पोषण करने में दिक्कतें आ रही है । वही मेयर और दिल्ली सरकार नोटंकी कर रहे है कि दिल्ली सरकार पर बकाया है , फण्ड नही है । हमे क्या पता हमे तो सैलरी से मतलब है , जल्द हमारी सैलरी रिलीज करें।
वहीं, उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर जयप्रकाश ने कर्मचारियों के संगठन के साथ बैठक हड़ताल पर न जाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि फंड की उपलब्धता के अनुसार सभी निगम कर्मचारियों को वेतन दिया जा रहा है। निगम इस और सभी प्रयास कर रही है ताकि निगम कर्मचारियों को बकाया वेतन दे सके।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार निगमों को बकाया फंड नहीं दे रही है। इसके कारण निगम वित्तीय संकट की स्थिति से गुजर रहे हैं। गत दिनों मुख्यमंत्री आवास पर 13 दिनों तक धरना दिया जिससे निगम को संवैधानिक हक मिल सके, लेकिन कोई निर्णय नहीं निकल सका।
वही दूसरी तरफ आप पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एमसीडी का कोई बकाया दिल्ली सरकार पर नही है , बीजेपी शासित एमसीडी कर्मचारियों को धोखा दे रही है , वही इस हड़ताल से दिल्ली में गंदगी होगी , क्योंकि सफाई कर्मचारी हड़ताल पर है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले में केंद्र सरकार को कदम उठाना चाहिए।