नई दिल्ली :– कोरोना की तीसरी लहर कितनी भयानक होगी, इसका अंदाजा दूसरी लहर से लगाया जा सकता है। कोरोना का तोड़ सिर्फ वैक्सीन ही है, इसका जिक्र खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया, फिर भी वैक्सीनेशन का काम धीरे हो रहा है।
अगर ऐसे ही वैक्सीनशन का काम चलता रहा तो देश की जनता को तीसरी लहर का सामना करना पड़ सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार तीसरी लहर बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक है |
आपको बता दें कि 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को बहुत कम वैक्सीन लगी है, जिसका ताजा उदाहरण दिल्ली का है, दिल्ली में 18+ लोगों के लिए वैक्सीन नही है, वैक्सीनशन सेंटर बंद पड़े है, युवा वैक्सीन को लेकर स्लॉट बूक करना चाहते है, लेकिन वैक्सीन न होने की वजह से स्लॉट बुक करने का ऑप्शन नही आ रहा है।
वही इस मामले मे 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोग परेशान है, क्योंकि अब लॉकडाउन खुल गया है, नौकरी और व्यापारियों के लिए बाजार खुल गए है। युवा नौकरी करने के लिए शहरों में आते है, इसलिए संक्रमण का खतरा बढ़ता ही जा रहा है, उन्हें डर है कि वह संक्रमित न हो जाए, अगर संक्रमित हो गए तो उनके परिवार और बच्चें भी संक्रमित हो सकते है, इसलिए युवाओं की मांग है कि वैक्सीनशन का कार्य तेजी से चले, जिससे सभी युवा भय मुक्त काम कर सकें।
इस मामले में टेन न्यूज़ ने युवाओं से खास बातचीत की, जिसमे युवाओं ने कहा कि अगर वैक्सीनशन ड्राइव धीरे चलती रही तो आने वाली तीसरी लहर बहुत ज्यादा भयानक होगी । हम डरे हुए, क्योंकि अभी तक हमें वैक्सीन नही लगी है और हमारे बच्चे छोटे छोटे है, वो भी संक्रमित हो सकते है, क्योंकि लॉकडाउन खुलने से हम नौकरी पर जाते है बहुत से युवा व्यापारी भी है, जिन्हें हमेशा डर रहता है कि वो संक्रमित न हो जाए।
कुछ युवाओं का कहना है कि दिल्ली में वैक्सीन न होने की वजह हमें अभी तक वैक्सीन नही लग पाई है। अगर स्लॉट बुक होता है तो वह भी बहुत दूर होता है, जहाँ हम नही जा सकते है। वही युवा व्यापारियों का कहना है की वैक्सीन अभी हमें नही लगी है, जिसके चलते हम डर में अपना व्यापार कर रहे है। सावधानी से अपनी दुकान खोलते है, खरीदारों से दूर रहने की कोशिश करते है, अगर वैक्सीनशन का कार्य ऐसा चलता रहेगा, तो दिल्ली में फिर से लॉकडाउन लग सकता है।