ग्रेटर नोएडा वेस्ट में हुए दोहरे हत्याकांड का हुआ खुलासा, इस वजह से नौकर ने दिया घटना को अंजाम
ABHISHEK SHARMA
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की चेरी काउंटी सोसाइटी में बिजनेसमैन दंपत्ति विनय गुप्ता और उनकी पत्नी के दोहरे हत्याकांड मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। घटना को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी अमन उर्फ हयात खान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के पास से लूटे गए पैसे भी बरामद किए गए हैं।
पुलिस ने बताया कि आरोपी अमन आदतन अपराधी है, जिसका नाम हयात खान है। वह पिछले चार-पांच महीने से बिजनेसमैन विनय गुप्ता की ग्रोसरी की दुकान पर पहचान छुपाकर काम कर रहा था। इस दौरान उसने अपने घर का जो पता बताया था, पुलिस जांच में वह भी गलत निकला।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि काम के दौरान विनय गुप्ता उसे अक्सर डांटते थे, जिससे वह उनसे चिढ़ता था। मृतक बिजनेसमैन हर दिन काम निपटाने के बाद दिन भर का पैसा घर लेकर जाते थे। इस दौरान नौकर अमन भी उनके साथ रहता था। अमन के दोस्त सौरभ को इस बात की जानकारी थी कि विनय गुप्ता अपने साथ पैसा लेकर घर जाते हैं। जिसके बाद सौरभ ने अमन को लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए उकसाया और दोनों ने लूट की योजना बनाई।
आरोपी अमन और सौरभ को इस बात की जानकारी थी कि बिजनेसमैन विनय गुप्ता और उनकी पत्नी अकेले रहते हैं। लिहाजा दोनों उन पर नजर रखने लगे। करवा चौथ के दिन दोनों ने लूट की घटना को अंजाम देने की योजना बनाई। विनय गुप्ता की पत्नी नेहा गुप्ता ने अमन से किसी मेहंदी लगाने वाले को घर लाने के लिए कहा।
आरोपी ने मेहंदी लगाने वाले युवक को अपने साथ मिलाकर उसे घर के बाहर निगरानी पर लगा दिया और खुद दुकान पर पहुंच गया। रात में करीब 11:30 बजे के बाद वह मृतक विनय गुप्ता के साथ घर पहुंचा। इस दौरान वे अपने साथ ₹1 लाख लेकर आए थे।
पुलिस के अनुसार करवा चौथ के दिन आरोपी अमन मालिक के साथ घर पहुंचा और उन से पैसों की मांग करने लगा। जब उन्होंने पैसे देने से मना किया तो उसने घर में रखी धातु की मूर्ति से विनय गुप्ता और उनकी पत्नी पर एक के बाद एक 10 बार मूर्ति से हमला किया। जिसमें दोनों बुरी तरह घायल हो गए।
हमले के बाद अमन ₹1 लाख नगद, चेक बुक और कुछ सामान लेकर सीधे सौरभ के पास पहुंचा जहां सौरभ ने उसे छिपाने और भगाने में मदद की थी। बिजनेसमैन दंपति की हत्या का खुलासा घर में लगे सीसीटीवी से हुआ है। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने घटना के दिन जो कपड़े पहने हुए थे उसके आधार पर उसकी पहचान हुई।
गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने जब आरोपी अमन से पूछताछ की तो उसने पूरी घटना का खुलासा किया। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर सौरव के पास से ₹72000 नगद, चेक बुक और लूटा गया सामान जब्त कर लिया है।