विश्व जनसंख्या दिवस एक बार फिर वेदरणा फाउंडेशन ने जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग की तेज

Saurabh Kumar / Baidyanath Halder

Greater Noida (12/07/2019) : कोई भी अंतरराष्ट्रीय दिवस जनता को चिंता के विभिन्न मुद्दों पर शिक्षित करने, राजनीतिक इच्छाशक्ति को मजबूत करने और संसाधनों को जुटाने के एक अवसर के रूप में देखा जाता है। 11 जुलाई विश्व जनसंख्या दिवस के रूप में मनाया जाता है, लेकिन आम लोगों में यह इतना प्रसिद्ध नहीं है। ऐसे में जनसंख्या के मुद्दे के बारे में आम लोगों को जागरूक करना बहुत आवश्यक है।



आंकड़ों के अनुसार भारत 2027 में चीन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन जाएगा। जब भारत गरीबी, अशिक्षा, बेरोजगारी, पर्यावरण क्षरण, प्रदूषण और कई अन्य चुनौतियों के बोझ तले दबा हुआ है तब जनसंख्या के मामले में दुनिया में अव्वल होना भारत के विकास के सामने कई सवाल खड़े करता है।

इसी मुद्दे पर आज टेन न्यूज़ ने वेदरणा फाउंडेशन के निर्देशक कुलदीप मलिक और उनकी संस्था के पदाधिकारियों से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने इस मुद्दे की गम्भीरता को समझया और सरकार के उदासीपूर्ण रवैये पर भी सवाल उठाये साथ ही सबको साथ आकर देश हित में अपना योगदान देने की अपील की।

उन्होंने कहा की “यह समस्या सिर्फ हिन्दुस्तान की नहीं बल्की पुरे विश्व की है। आज हमारी जनसँख्या 150 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है और हमने चीन को भी पीछे छोड़ दिया है। जिसके कारण तमाम समस्याएँ जैसे की बच्चों में कूपोषण , प्रदुषण , गिरता जल स्तर , भुखमरी, बैरोजगारी जैसी समस्याओं से देश जुझ रहा है।”

पिछले कई सालों से इस मुद्दे को लेकर तमाम सरकारों ने उदसीनता दिखाई साथ ही तमाम वादों के साथ आई मोदी सरकार ने भी अपने पिछले कार्यकाल में इस मुद्दे को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया, इस सवाल पर कुलदीप मलिक ने कहा की “देश के प्रधानमंत्री मोदी विकास की बात करते है , लेकिन देश की बढ़ती जनसंख्या नियंत्रण करने में असफल हो रहे है। जबतक सरकार जनसंख्या नियंत्रण कानून नहीं बनाएगा, तब तक देश का विकास नहीं हो सकता और आगे विनाश ही होगा।”

हाल ही में वेदरणा फाउंडेशन की टीम ने देश की बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर राजघाट से इंडिया गेट तक ऐतिहासिक पैदल मार्च का आयोजन किया था। जिसने पूरे हिंदुस्तान से सभी जाति धर्म और संप्रदाय के लोगों ने शामिल होकर एक सुर में सरकार से देश की बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रण करने के लिए जल्द से जल्द जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की मांग की थी।

साथ ही फाउंडेशन के एक और अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि किस तरह से इस समस्या का निपटरा सिर्फ कानून बना कर ही किया जा सकता है। उन्होंने कहा की ” हमने लोगों को काफी जागरूक करने की कोशिश की और उसका परिणाम हमारे सामने है। उदारहण के तोर पर देखे तो एनसीआर में लोग बिना हेलमेट और सीट बेल्ट लगाए घूमते है पर दिल्ली में प्रवेश करते ही नियमों का पालन शरू कर देते है , वहा कानून है जिसका पालन सख्ती से होता है।

उन्होंने आगे कहा की “राजनैतिक पार्टियों ने अपने वोट बैंक के लिए कभी इस के प्रती गम्भीरता नहीं दिखाई। हालांकि मोदी सरकार से हमें पूरी उम्मीदें है जो काम सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में नहीं किया वो इस कार्यकाल में होगा। ऐसा नहीं करने पर हमारा आंदोलन और भी तेज हो जायेगा। “


Discover more from tennews.in: National News Portal

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Leave A Reply

Your email address will not be published.