नॉएडा में खुलेंगी 2 और ईएसआईसी डिस्पेंसरी, मज़दूरों को मिलेगी राहत।
Talib Khan / Rahul Jha
Noida, (28/12/2018): नोएडा में ईएसआईसी कार्ड होल्डरों के लिये एक अच्छी खबर है।
मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने नोएडा में दो और डिस्पेंसरी खोलने का निर्णय लिया है। नोएडा फेस 2 और नोएडा सेक्टर-22 में ये डिस्पेंसरी खुलेंगी।
आज श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री ने दोनों ईएसआईसी डिस्पेंसरी का भूमिपूजन किया। वर्तमान में नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ईएसआईसी के चार डिस्पेंसरी एवं एक अस्पताल है। अब दो और नई डिस्पेंसरी खुलने जा रही है जिससे नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लाखों मजदूरों को लाभ मिलेगा।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार ने इस डिस्पेंसरी की आधारशिला रखी। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद महेश शर्मा, महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम व ईएसआईसी के तमाम अधिकारी मौजूद रहे।
इन डिस्पेंसरियों के बारे में श्रम मंत्री संतोष गंगवार बात की तो उन्होंने बताया कि “ईएसआईसी पुरे देश में मजदूरो की चिंता करता है, जहां जहां अस्पताल की जरूरत है वहां अस्पताल बनाने की शुरुआत कर रहे हैं, साथ ही मजदुर व उसके परिवार की चिंता करने आवयश्क हैं”।
संतोष गंगवार ने आगे कहा कि “नोएडा शहर में लगभग 12 लाख मजदुर हैं, जिसमे से हर एक के परिवार में 4 सदस्य है इस हिसाब से लगभग 50 लाख सदस्यों की हम लोग चिंता करते हैं। जबकि नोएडा में 350 बेड का ईएसआईसी अस्पताल चल रहा हैं जहाँ जैसी सुविधा की जरूरत होगी वहां वो चीज उपलब्ध कराई जाएगी। वही कुछ डिस्पेंसरी की हालत नोएडा शहर में खस्ता है उन डिस्पेंसरियों के बारे में जब मंत्री जी स पुछा गया तो उन्होंने कहा कि अगर ऐसी कही कोई डिस्पेंसरी की हालत खस्ता है तो उससे दुरुस्त किया जायेगा”।
इसी मौके पर मौजूद स्थानीय संसद और केंद्रीय मंत्री, डॉ, महेश शर्मा, ने कहा की “ये डिस्पेंसरी इस समय नॉएडा के लिए बोहत ज़रूरी है क्युकी मज़दूर वर्ग के लोगो को इससे बोहत लाभ मिलेगा”।
उन्होंने आगे कहा की “वो संतोष गंगवार जी का बोहत शुक्रिया अदा करते हैं और उनको इस कार्य के लिए बोहत बधाई देते हैं”।
नोएडा में दो और डिस्पेंसरी खुलने से मरीजों को काफी राहत मिलेगी। काफी समय से इस सेक्टर में डिस्पेंसरी के लिए जगह है लेकिन निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा था।
नोएडा अस्पताल में रोजाना औसतन 1600 से 1700 मरीजों की ओपीडी होती है। जानकारी के मुताबिक सेक्टर-12 और सेक्टर 57 डिस्पेंसरी में रोजाना औसतन 400 से 500 रोगी इलाज के लिए पहुंचते हैं। लेकिन उनकी हालत बहुत ही खस्ता है जिसके चलते लोगों को घंटो लाइन में खड़ा रहना पड़ता हैं।