ईवीएम विरोधी राष्ट्रीय जन आंदोलन ने जंतर मंतर पर किया प्रदर्शन, फिर लगा “चौकीदार चोर है” का नारा
Abhishek Sharma (Photo-Video) Lokesh Goswami Tennews New Delhi :
लोकसभा 2019 के चुनावों में करारी हार मिलने के बाद विपक्ष ने आज फिर ईवीएम पर ठीकरा फोड़ा है और नवनिर्वाचित एनडीए सरकार को ईवीएम में धांधली के आरोप लगाकर घेरने की कोशिश की गई है खास बात यह है कि जब भी भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत मिला है और उसने जीत हासिल की है तो विपक्षी पार्टियों ने उसका ठीकरा ईवीएम पर फोडा है।
आज ईवीएम विरोधी राष्ट्रीय जन आंदोलन ईवीएम के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता शबनम हाशमी ने ईवीएम पर निशाना साधते हुए कहा है कि साफ तौर पर लोकसभा 2019 के चुनावों में ईवीएम में धांधली की गई है।
मोदी ने 2014 में सरकार बनाने के बाद 5 साल लगातार देश की जनता, किसानों , व्यापारियों को दोनों हाथों से लूटा है जिसके बाद भी मोदी सरकार बनी है और वह भी बहुमत से, जिसका मतलब है कि साफ तौर पर ईवीएम में धांधली की गई है जो लोग इस सरकार से परेशान थे और लगातार इसका बहिष्कार करने की चेतावनी दे रहे थे वहां पर भी बीजेपी सरकार ने बढ़त बनाते हुए जीत हासिल की है ।
धरना दे रहे लोगों ने नरेंद्र मोदी को मक्कार तक कह डाला।
शीबा असलम फहमी ने कहा कि चुनाव आयोग बीजेपी के इशारों पर काम कर रहा है। यह ईवीएम विरोधी राष्ट्रीय जन आंदोलन अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम जब तक अपनी मांगों पर अड़े रहेंगे जब तक चुनाव बैलेट पेपर से नहीं कराया जाता। देश की जनता खुद कह रही है कि हमने इस नेता को वोट नहीं दिया फिर भी यह कैसे जीत गया कुछ ऐसे क्षेत्र भी हैं जहां पर सांसद जीते हैं और वही की जनता उनका विरोध भी कर रही है कि ईवीएम की धांधली से इन्हें जीत हासिल हुई है।
मध्यप्रदेश के भिंड ज़िले के अटेर में ईवीएम मशीन के डेमो के दौरान किसी भी बटन को दबाने पर वीवीपैट पर्चा भारतीय जनता पार्टी का निकलने के बाद ज़िले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को हटा दिया गया है ।
ईवीएम में हैकिंग, रीप्रोग्रामिंग नहीं की जा सकती। हालांकि इस विवाद ने एक बार फिर से ईवीएम के इस्तेमाल को लेकर चल रही बहस को हवा दे दी है। उत्तर प्रदेश के चुनावी नतीजे के तुरंत बाद बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने ईवीएम की भूमिका पर सवाल उठाए थे।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी कहा था कि अगर किसी राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष ने ईवीएम पर सवाल उठाए हैं तो उसकी जांच कराई जानी चाहिए।