नई दिल्ली :– दिल्ली में आज पूर्व एमएलसी, प्रमुख ट्रांसपोर्टर और जम्मू-कश्मीर गुरुद्वारा प्रबंधक बोर्ड के प्रधान टीएस वजीर का निधन हो गया, हालांकि अभी तक उनकी मौत के कारणों के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया है।
जानकारी के अनुसार वह फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला के काफी नजदीकी थे। जम्मू के प्रमुख चोपड़ा हत्या कांड के मामले में कुछ सालों तक जेल में रहे, लेकिन न्यायालय ने उन्हें बाइज्जत बरी कर दिया था।
जम्मू-कश्मीर में सिख समुदाय से जुड़ी कई मांगों को वह लगातार उठाते रहते थे। साथ ही वह ट्रांसपोर्टरों यूनियन इकाई के प्रधान भी थे। उनके निधन से ट्रांसपोर्ट जगत और सिख समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई है।
उनके निवास पर नेशनल कांफ्रेंस के नेताओं, ट्रांसपोर्टरों और सिख प्रतिनिधि पहुंचना शुरू हो गए हैं। पारिवारिक सूत्रों ने भी वजीर की मौत के कारणों के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है। उनका कहना है कि दिल्ली पुलिस ने उन्हें सूचित किया कि वजीर की दिल्ली में मौत हो गई है।
वहीं उमर अब्दुल्ला ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि विधान परिषद के पूर्व सदस्य मेरे सहयोगी सरदार टी.एस. वजीर के आकस्मिक निधन की भयानक खबर से स्तब्ध हूं। कुछ दिन पहले ही हम जम्मू में एक साथ बैठे थे, यह महसूस नहीं किया कि मैं उनसे आखिरी बार मिलूंगा। उनकी आत्मा को शांति मिले।